किसका जीवन, किसके लिए हैं?
किसका जीवन, किसके लिए हैं?
प्रशन बड़ा ये भेद लिए हैं
शायद अपना जीवन, अपने लिए हैं?
लेकिन क्या हम कभी अपने लिए जिएं हैं?
सब कुछ हो अपने लिए
खाना, पीना, घूमना, सोना
दखल ना हो किसी का भी
पर ऐसा जीवन तो देखा पशुओं को
जीते हैं जो सिर्फ़ अपने लिए
क्या जीवन, अपने बच्चो के लिए हैं?
तॉतली बातें, भीगा बिस्तर, तकिया और चादर
बड़े हुए तो भूल गये सब
इन सब बातो को फ़र्ज़ बताते
सब बातो का क़र्ज़ चुकाते
मात पिता का दायित्व समझाते
क्या जीवन यूँ ही गवाने के लिए हैं?
धरती का बोझ बढ़ाने के लिए हैं?
काट चौरासी का चक्कर हम
धरती पे आए कष्टों से
गवाँ दे जीवन यूँ ही पल मे
नही हैं समझदारी इसमे
क्या जीवन ईश्वर के लिए हैं?
हाँ, ईश्वर का जीवन ईश्वर के लिए हैं
भेजा दुनिया मे अपना रूप पहचानने को
खुद को जानो, औरो को जनाओ,
प्रगट करो ईश्वर को जग मे
खुद ईश्वर का रूप बन जाओ
सुख दो सबको, अपना भरम भुलाओ
जागो और जगाओ
अपना जीवन उत्तम बनाओ
दोनो लोकों मे सुख हैं पाओ
हाँ जीवन ईश्वर के लिए हैं..
जिसका जीवन उसके लिए हैं
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- Manoj Gupta अपर्णा जी सदा की तरह अच्छी बल्कि बह्तरीं न पंक्तिया , इसी बात पे परम आदरणीय बच्चन जी की एक कविता याद आती है :
किसके लिए? किसके लिए?
जीवन मुझे जो ताप दे,
जग जो मुझे अभिशाप दे,
जो काल भी संताप दे, उसको सदा सहता रहूँ,
किसके लिए? किसके लिए?
चाहे सुने कोई नहीं,
हो प्रतिध्वनित न कभी कहीं,
पर नित्य अपने गीत में निज वेदना कहता रहूँ,
किसके लिए? किसके लिए?
क्यों पूछता दिनकर नहीं,
क्यों पूछता गिरिवर नहीं,
क्यों पूछता निर्झर नहीं,
मेरी तरह, चलता रहूँ, गलता रहूँ, बहता रहूँ
किसके लिए? किसके लिए?June 14 at 3:05pm · · 4 people - Aameen Khan Jivan ke baare may bahut hi badhiya vichaar prastuut kiye hai.June 14 at 3:11pm · · 1 person
- Asha Pandey Ojha Asha Sorry Aparna ji wo Manju ji w aapko ek saath pdha na .. so I was confuse .. SorryJune 14 at 3:18pm · · 1 person
- Pratul Misra जीवन को सार्थक और उद्देश्यपूर्ण दिशा देने में धर्म की महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है। धर्म ही वह आधार है, जो मनुष्य को बाहरी विकास के साथ-साथ अपने आंतरिक विकास की ओर अग्रसर करता है।.June 14 at 3:40pm · · 1 person
- Pratul Misra महावीर ने कहा, ``जैसे ओस की बूंद घास की नोक पर थोड़ी देर तक ही रहती है, वैसे ही मनुष्य का जीवन भी बहुत छोटा है, शीघ्र ही नष्ट हो जाने वाला है। इसलिए क्षणभर को भी प्रमाद न करो।'' .June 14 at 3:41pm · · 1 person
- Aparna Khare sach kaha apne uncle..apne dharm hain to ham hain....warna jungle ke praniyo jaisa hota hamara jeevanJune 14 at 3:42pm · · 1 person
- Aparna Khare hmmm...itni khuli samajh ho tab na....sabko lagta hain bahut jeena hain karte chalo manmani......kal bhi kisi satsangi lady ko Coma ka attack pada....jitni der lady behosh rahi utni der me sara ghar saaph kar diya kisi ne....shayaad bhagwaan ka daa nahi reh gaya...jawab bhi dena padega ishwar koJune 14 at 3:44pm · · 1 person
- Reenu Gupta sach aise hi anubhav se vairag aata hai...............seekh milti haiJune 14 at 3:46pm · · 1 person
- Reenu Gupta saari umar maya ko jodne mai hi nikal dete hai................June 14 at 3:47pm · · 1 person
- Aparna Khare Reenu Vairagya ane se kuch nahi hota ye niranter bana rahe iske liye mann roopi paidhe ko roz guru ke gyan se seechna padta hai..June 14 at 3:48pm ·
- Reenu Gupta aapne liye to sochte hi nahi..........aakhir mai karna kya hai??????June 14 at 3:48pm · · 1 person
- Aparna Khare bhool jate hain, kab ,kyun aur kiske liye.....sab uska hain aur wo hame dega hi dega....June 14 at 3:49pm ·
- Reenu Gupta man bahut hi..................pagal baira andha hota hai.......June 14 at 3:50pm · · 1 person
- Reenu Gupta abhi abhi dekha suna phir bhool jata hai..............phir kahta thoda to chiye ....June 14 at 3:50pm ·
- Aparna Khare sach me mann ka to kaam hi hain neeche girana, bus guru hi upar utatha hain....warna hamari soch bhi dunia jaisi hoti....June 14 at 3:51pm ·
- Pratul Misraजीवन में अनेक उतार-चढ़ाव आते रहते हैं, कभी सुख की छांव गहराती है तो कभी दुःख की धूप तपती है। कभी अच्छे कामों की निन्दा सुनने को मिलती है तो कभी बुरे कामों पर झूठी प्रशंसा भी होती देखी जाती है। कभी अनसोचा लाभ हो जाता है तो कभी प्रयत्नों के ब...See MoreJune 14 at 3:51pm · · 1 person
- Reenu Gupta bus guru hi hai jo hmain war waar uthata jaata hai.............June 14 at 3:52pm · · 2 people
- Aparna Khare sach hain uncle kabhi dhoop kabhi chaav..ye hi jeevan hai...but hum har samay apna dimaag lagate rehte hai...success ho gaye to haste hain warna rote hain pehle h kyun na chod de....June 14 at 3:52pm · · 1 person
- Aparna Khare mann hi to rukawat hain....age badhne me warna kab ke kaha pahuch gaye hote...June 14 at 3:53pm · · 1 person
- Naresh Matia badhiya likha.............jeevan ko dusro ke liye jiyoge ...to sahi hain ....anytha...aise sawaal jawaab hote rahenge.........June 14 at 3:57pm · · 2 people
- Pratul Misra dekho ye jo baah aparna tum kah rahi ho , vo thoda nirasha se bhara , mahsoos ho raha hai , kyon ki dekho bhagwat men bhee likha hai ki , karm karte jaao , baaki ham par chod do , ek choupai bhee hai ...........haariye naa himmat bisaariye naa hari naam , jaahe bidhi rakhe ram taahe bidhi rahiye ....June 14 at 3:57pm · · 1 person
- Rajiv Jayaswal बहुत जन्म बिछड़े थे माधो
ये जन्म तुम्हारे लेखे |
हे पभू, हम कितने जन्मों से आप से बिछड़े हुए हैं, लेकिन यह जन्म व्यर्थ ना जाए |June 14 at 4:00pm · · 1 person
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