सारी प्रकति चुप हैं
ध्यान से देखे तो आप पाएँगे
सारी प्रकति चुप हैं
एक मनुष्य बोलता हैं
सारी स्रिस्टी चुपचाप
अपना काम करती हैं
पेड़ अपना सर्वस्व देकर भी चुप हैं
बादल पानी देकर भी चुप हैं
धूप आँच देकर भी खुश हैं
एक ज़ुबान की आवाज़ आती हैं
वरना सारी प्रकती तो शांति से
अपना धर्म निभाती हैं..
यहा तक की पाव चलकर भी शांत हैं
बुद्धि सब करके भी नही बताती हैं
आँखे देख कर भी चुप रह जाती हैं
लेकिन एक ज़ुबान ऐसी हैं जो
बिना पैसे, सब की वकालत कर जाती हैं
शांत करो मन को और प्रकती को देखो
देख कर मौज करो..आनंद लो, मत शोर करो
ज़ुबान को विश्राम दो... सबसे सुखी बन जाओगे
सारी दुनिया मे इज़्ज़त ही इज़्ज़त पाओगे
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- Rajani Bhardwaj ज़ुबान को विश्राम दो................. kya ye sambhav ho payega aparna...... khte hai aadmi khaye bina rh jaye pr khe bina na rhe............. achchha likha hYesterday at 12:36pm · · 2 people
- Govind Gopal Vaishnava तपिश ऐसी कि शहर शमशान नजर आता है
उसको हर शख्स यहाँ परेशान नजर आता है
प्यास बुझ जायेगी उसकी कोई कतरा तो मिले
अब तो सागर भी यहाँ वीरान नजर आता हैYesterday at 12:40pm · · 1 person - Govind Gopal Vaishnava देख कर मौज करो..आनंद लो, मत शोर करो
ज़ुबान को विश्राम दो... सबसे सुखी बन जाओगे
सारी दुनिया मे इज़्ज़त ही इज़्ज़त पाओगे.....काश यह हो ......जीवन कितना सुखमय हो जाये ....Yesterday at 12:42pm · · 1 person - Chitra Rathore Aparna Ji...patey ki baat ki hai aapney...par...samajhney waalon ki...iski jaroorat nhi...aur naaa samajhney waalon...ko is baat sey koi saarokaar nhi...:)Yesterday at 2:08pm · · 1 person
- Manoj Gupta परिंदों को मिलेंगी मंज़िलें,
ये फैले हुए उनके पर बोलते हैं |
वही लोग रहते हैं खामोश अक्सर,
ज़माने मे जिनके हुनर बोलते हैं ||Yesterday at 2:30pm · · 3 people - Rajiv Jayaswal कभी कभी
ज़ुबान को विश्राम दो
बादल को देखो
फूलों को देखो
कभी कभी
ज़ुबान को आराम दो |Yesterday at 3:16pm · · 1 person - Ashish Khedikar Ati Sundar Aparna ji..
एक ज़ुबान की आवाज़ आती हैं
वरना सारी प्रकती तो शांति से
अपना धर्म निभाती हैं..17 hours ago · · 1 person - Gopal Krishna Shukla जरूरत भर बोलना.. क्योंकि शब्द ब्रह्म है..... यही शिक्षा दे रही है आपकी रचना...
बहुत सुन्दर रचना अपर्णा जी....16 hours ago · · 1 person - Aparna Khare thanks Shamim Farooqui ji, Parveen Kathuria ji,Ashish Khedikar ji and Gopal Krishna Shukla ji4 hours ago · · 1 person
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