गॉधुलि की बेला
तुम्हारा हमको सोचना
हमे और भी रोमांचित किए जाता हैं
बहकने लगते हैं हमारे एहसास
शब्द गुड मूड कर कही खो से जाते हैं
रह जाता हैं सिर्फ़ ज़ज्बात
हम और तुम....
तुम्हारा हमको सोचना
हमे और भी रोमांचित किए जाता हैं
बहकने लगते हैं हमारे एहसास
शब्द गुड मूड कर कही खो से जाते हैं
रह जाता हैं सिर्फ़ ज़ज्बात
हम और तुम....
0 Comments:
Post a Comment
Subscribe to Post Comments [Atom]
<< Home