दहलीज़ तक आकर तुम्हारा लौट जाना
मेरे लिए परेशानी का सबब बन जाता हैं
तेरा सलाम तो मुझ तक पहुचा...
लेकिन तू कहीं दूर छूट जाता हैं..
मेरे लिए परेशानी का सबब बन जाता हैं
तेरा सलाम तो मुझ तक पहुचा...
लेकिन तू कहीं दूर छूट जाता हैं..
जीवन की सच्चाइयों को उजागर करता हुआ आपका अपना ब्लॉग जो सिर्फ़ और सिर्फ़ आपके और हमारे अनुभव को बताएगा..कैसे जिया जीवन, क्यूँ जिया जीवन और आगे किसके लिए जीवन हम सब आपस मे बाटेंगे...कही यू ही तो नही कट रहा...स्वासो की पूंजी कही यू ही तो नही लुट रही मिल कर गौर करेंगे..
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