गुस्सा
कुछ समझ
नही आता
तुम्हारा
पल मे तोला
पल मे माशा
अच्छा लगता हैं
इतना गुस्सा ?????
वो भी उम्र के
इस पड़ाव पे...
जब पता हैं
नही रह सकते
एक दूसरे के बिना...
आदत सी जो
हो गई हैं...
हमे एक दूसरे की.....
मत किया करो... ऐसा
क्यूंकी
मुझे तुम्हारे रोष पे
रोष नही आता ......
हँसी आती हैं....
जान गई हूँ ना
तुम्हे...
पूरा का पूरा
जान बूझ कर
करते हो ना
तुम ऐसा...
बताओ ना....
1 Comments:
:)
Post a Comment
Subscribe to Post Comments [Atom]
<< Home