बनारस कभी बदल नही सकता
यह जो बनारस है
कभी बूढ़ा हो नही सकता
ये साक्षी हैं हमारे इतिहास का..
ये धूमिल हो नही सकता
ये जर्जर इमारते आज भी
उसकी कला की याद दिलाती हैं.
गीत, संगीत, कथक
तबले बाँसुरी जैसे घराने की
ओर ले जाती हैं
बनारस कभी बदल नही सकता
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