Wednesday, June 6, 2018

अटल तुम अटल रहे



दिल आज बहुत द्रवित है सदी का नायक हम सबके आदर्श, सबके हीरो हमारे बीच नही रहे....😢😢😢

मौत से चलो 
दो दो हाथ कर ले
देखे कितना दम है 
मौत में??
एक बार तो उससे 
जी भर के लड़ ले!!

जानता हूँ
भले हार जाऊंगा मैं
*अटल वो भी
अटल मैं भी*
लेकिन फिर आऊंगा मैं
मेरे भारत !!
तुम घबराना नही

फिर फुकूँगा 
वही शंखनाद
एकता, अखंडता का
तुम सबको 
जागरूक करूंगा
नही रहने दूंगा 
तुम सबको मूकदर्शक,
फिर ताबड़तोड़ दुश्मन को
ईंट का जवाब 
पत्थर से दूंगा!!

फिर रचूंगा कवि बन
कविता तेज तर्रार
फिर बनूगा 
निर्भीक पत्रकार
भटके हुए लोगो को 
जीना सिखलाऊंगा!
बेईमान नेताओं में 
ईमान की 
अलख जगाऊँगा

छोड़ने दो मुझे 
पुराना, बीमार चोला
गहरे दर्द का ये 
पुराना फटा लबादा

फिर मैं आऊंगा
मेरा इंतेज़ार करना
मेरे लिए कोई 
शोक विलाप न करना
वंदे मातरम कहते हुए 
मैं मिलूंगा तुम्हे,
मुझे पहचान लेना

किंचित भी 
मत रोना
मेरे भारत
मेरे नए जन्म का 
थोड़ा इंतेज़ार करना @कॉपीराइटअपर्णा खरे

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