Tuesday, June 28, 2011

अनवरत चलते रहे ( दोस्तो वर्ल्ड कप मुबारक हो.....हम जीत गये............)


अनवरत चलते रहे
आगे हम बढ़ते रहे
ग़लतियो से सीख ले
फिर ना अब ग़लती करे
गिरना और संभालना
जीवन की रीत है
गिर के फिर उते
इसी मे समाई जीत है
बाबर ने देखा  जेल मे
चीटिया है गिर रही
प्रयास से वो बार बार चॅड रही
चीटियो को देख कर
बाबर आया होश मे
फिर उटा फिर लड़ा
दोगुने वो जोश मे
विजय की पताका ले
सदा हम बढ़ते रहे
मेहनत करे कभी ना रुके
आगे हम बढ़ते रहे

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