मेरा दर्द मुझे समझाता हैं
मेरा दर्द मुझे समझाता हैं
झूठी बातो से बहलाता हैं
पर सच से ये घबराता हैं
मंथन की धरती पे
जीना मुश्किल हैं
ये मुझे भी पता हैं
सच तो सच होता हैं
ये कड़ुवा भी बहुत होता हैं
ये संयोग नहीं कि--
लम्हों को पलों में जीना
और ----
पलों को सदियों में गिनना ---?
जब कभी
सोचती हूँ
मॅन विचलित हो जाता हैं
सच और झूठ मे फँस कर
मैं फ़ैसला नही कर पाती हूँ..
कब और कहाँ जाना हैं मुझे????????????

Ravindra Shukla पालो को जिया और सदियों ने दफनाया ---आज की विडम्बना उकेरती रचना ---बहुत खूब ---निशब्द हो गया हूँ ----..
22 hours ago · · 2 people
Suman Mishra इतने गंभीर हो जाते हो और उस गंभीरता का परिणाम इतनी सुंदर अभिव्यक्ति आपकी DI.
21 hours ago · · 2 people
Aparna Khare सर आपका बहुत बहुत आभार...असंजस की इस्थिति कभी कभी बहुत ख़तरनाक हो जाती हैं...ऐसे मे बस यही कह सकते हैं जिधर हवा ले चली चल दिए....
19 hours ago · · 3 people
Aparna Khare सच सुमन जी ऐसा लग रहा हैं मेरे पंख लग गये हैं और मैं पूरे आकाश की सैर कर रही हूँ..माया जी का बहुत बहुत धन्यवाद....
19 hours ago · · 3 people
Aparna Khare आपके स्नेह ने हमे विह्वल कर दिया
क्या थे हम और क्या कर दिया
चले थे नंगे पाव रेतीली ज़मीन पे
पाव के नीचे हथेली रख दिया..
क्या कहु मॅन द्रवित हैं बहुत
कहने को ना कुछ बचा हैं अभी
आपके प्यार ने हमे खरीद ही लिया
19 hours ago · · 2 people
Manoj Guptaहै दर्द भी अजीब, कैसा खेल करता है
भरा जो एक ज़ख़्म, एक नया उभरता है
गिनूं तो दिन हुए कितने बिछड़ के उनसे मुझे
वो लम्हा दिल पे मेरे बारहा गुज़रता है
मै आँख भर के कई बार रो चुका हूँ मगर
ना जाने कौन नए अश्क़ इनमें भरता है
है इस क़दर को बदनसीब बदनसीबी यहां
हर एक श्ख़्स बला नाम इसके करता है
वो मुझसे कहता तो था उम्रभर की दोस्ती है
जो वक़्त मेरा बुरा है तो अब मुकरता है
क्या तेरा कोई हक़ चुरा लिया है मैने अज़ाब?
जो घूम फिर के तू मेरे ही दर ठहरता है21 hours ago · · 4 people
Rajiv Jayaswalदर्द का रिश्ता अजीब होता है
वही देता है दर्दे दिल
जो दिल के करीब होता है |
दर्द तुम ने दिया
हम ने लिया
तुम्हारे पास था
देने को भला और क्या
जो कुछ भी दिया
तुम ने पिया
शुक्रिया |20 hours ago · · 2 people
Rahim Khan dard ka rishat to ka bhi apan alag itihaas hain..............ye kai baar usi se mil jata hain jinse hum dawaa ki ummid karte hain...............19 hours ago · · 1 person
Aparna Khare thanks Manoj ji..dard bahut pyara hain ...kyunki wo hi to jeene ka sahara hain19 hours ago ·
Rajani Bhardwaj मंथन की धरती पे
जीना मुश्किल हैं............ kyoki manthan me amrut ke sath hlahl bhi aata h..... achchha h aparna19 hours ago · · 3 people
Aparna Khare Thanks Rajni ji....agar amrit chahiye to jehar to peena hi padega18 hours ago · · 1 person
Mohan Shrotriya dard aur davaa ka rishtaa puranaa hai, aur kai baar donon ka srot bhi ek hi hataa hai..18 hours ago · · 1 person
Kiran Arya //mera dard har pal mujhe sahlaata hai, sach kahu to mujhe aur sabal kar jaata hai, isne hi to mujhe ladna sikha diya, jeevan ke ran me aage badna sikha diya//..............Kiran Arya16 hours ago · · 3 people
Parveen Kathuria bahut sunder rachna..sunder picture ke saath......zindgi ko dard hi raas aayega..12 hours ago · · 2 people
Meenu Kathuria सच और झूठ मे फँस कर
मैं फ़ैसला नही कर पाती हूँ..
कब और कहाँ जाना हैं मुझे..........झूठ और सच के दोराहे पर खड़े होकर इंसान ये सोचने पर मजबूर हो जाता है के कोनसे रस्ते पर चला जाए ........11 hours ago · · 1 person









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