मुझे पहचान पाओगे............
मुझको भी ठेस लगती हैं
मेरा भी मॅन रोता हैं
जब तुम मुझको कुछ कहते हो
मेरे भी आँसू आते हैं
मेरा भी दिल दुखता हैं
तुमने मुझको क्या समझा
पथर हूँ क्या मैं इंसान नही
मेरी भी कुछ उम्मीदे हैं
मेरा भी कुछ हक़ बनता हैं
ना मांगू तुमसे कुछ भी
इसका मतलब ये तो नही
मैं दुनिया मे सबसे अच्छी हूँ
मेरे मॅन मे कोई चाह नही
लेकिन मॅन की इस अनकही को
तुम कहाँ समझ पाओगे
गुड़िया समझोगे तुम मुझको
अपने मॅन से खिलाओगे
मॅन मे बस एक उलझन हैं
तुमसे ना कुछ कह पाने का गम हैं
गम को कैसे झुठलाओगे
क्या कभी तुम मुझको समझ पाओगे..
या फिर मुझे पहचान पाओगे............
- Aparna Khare Thanks Maya Mrig sir...सच हैं ये तुमने हमे नही समझा
पर अब भी कुछ नही बिगड़ा
समय नही निकला.......वक़्त वही ठहरा
आज से हम एक दूसरे को जाने समझे और प्यार करे
खुद को एक दूसरे की खातिर कुर्बान करे..3 hours ago · · 2 people - Kiran Arya // socha tha mujhe samjhte ho jaante ho tum, mere is dil ka armaan ho tum, lekin phir kya hua jo daman jhatak ke chhuda baithe, ab lagta hai kabhi samjhe hi nai tum mujhe hamesha ajnabhi hi rahe//...........Kiran Arya3 hours ago · · 1 person
- Manoj Kumar Bhattoa लेकिन मॅन की इस अनकही को
तुम कहाँ समझ पाओगे
गुड़िया समझोगे तुम मुझको
अपने मॅन से खिलाओगे.....wah ! bahut khoob.....nice lines hai....2 hours ago · · 1 person - Aameen Khan kya tum kabhi muze samaz paoge?.......... stree hriday ko koyi jaan nahi paya hai...... sunder kavita.2 hours ago · · 1 person
- Alam Khursheed Bhawukt ki nadi pathak ko bhi apni lahron men baha le jaati hai Aparna ji! Bahut sunder!about an hour ago · · 1 person
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