तुम नहीं जानती
मैं सब जानती हूँ
मैं तुम्हे कनखियो से देख रही थी
जब तुम मुझे चुरा रहे थे
लेकिन मैं कुछ नही बोली
क्यूंकी मैं खुद चाहती थी कि
आजीवन मैं तुम्हारे साथ रहू
गुनगुनाउ तुमसे बात करू...
मैं तब से अब तक तुम्हारे साथ हूँ
यही मेरे लिए खुशी की बात हैं...
गुगुनाती हुए उन पुराने प्रेम गीतों को
जिनके बोल अब मुझे समझ आने लगे है .....
सच मे वो बोल मुझे मुझसे चुराने लगे हैं...
2 Comments:
Badia
thankuu
Post a Comment
Subscribe to Post Comments [Atom]
<< Home