प्रभु तुमने कैसी रची बहार हैं
कही रची खीज़ा तो कही किया गुलज़ार हैं
हम हैं मैले जो तुम्हे देख नही पाते हैं
जो देख लेता हैं रहमत तेरी एक बार
वो पार हुए जाते हैं.......................
प्रभु तू करता हम सब से
ना जाने कितना प्यार हैं
तभी तो रची हम सब के लिए बहार हैं
प्रभु मुझसे मैं मेरा दूर करो..
मुझमे डाल कर निर्मली........
मुझे साफ करो.....मेरे भीतर ना जाने कितने विकार हैं
लेकिन मुझे पता हैं तू भी दयालु करतार हैं
प्रभु तूने कैसी रची बहार हैं....
- Ubhan Suyessh ,,,
भगवान ने बनाया है सुंदर इस संसार को
सुंदरता विविधता में है, रंग कई बनाए उसने
सुख के साथ जोड़ा दुख, आँसू संग मुस्कान,
बना के सब कुछ खुद छिप गया देखो,
और इंसान है कितना बेईमान,,,,,,,,,,,,,,,June 4 at 2:27pm · · 1 - Kiran Arya bahut hi sunder prarthna hai Prabhu charno me Aparna waah ye bhav man ko nirmal kar gaye............June 4 at 4:09pm · · 1
- Narayan Singh Solanki bahut sundar prarthnaa ....प्रभु मुझसे मैं मेरा दूर करो..
मुझमे डाल कर निर्मली........
मुझे साफ करो..... waah...June 4 at 8:25pm · · 1 - Aparna Khare आप सभी मित्रो का तहे दिल से आभार ......
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