Tuesday, August 20, 2013

ये सपना तो बस सपना हैं..

 आँखो मे पलता एक सुन्दर सपना
शायद अब वो तेरा हैं..
सफेद झक चादर सा आसमा
उसमे भी अक्स तेरा हैं
झाकती गहरी नीली आँखे..
उनमे भी कोई रहता हैं..
करती हैं बातें जो खुद से..
प्यार उन्हे तुमसे कितना हैं..
तुम आओ तो सुबह हो जाए..
जम कर बरसे घटा से पानी..
सारा आलम थम जाए..
रह जाए बस अपनी दुनिया..
ये सपना तो बस सपना हैं..

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