Friday, September 20, 2013

ढोंग हैं उनका प्यार...

दिल से बेख़बर...
दिल की बात कहाँ सुनते हैं..
वो प्यार कैसे करेंगे ?
जो मोहब्बत मे भी 

राजनीति करते हैं..
ढोंग हैं उनका प्यार...

तभी झूठ, फरेब संग
वो जी लेते हैं..

खेल लेते हैं..जीत लेते हैं..

2 Comments:

At September 22, 2013 at 5:30 AM , Anonymous Anonymous said...

क्यूँ न एक बार उनसे ही पूछा जाये ....
प्यार में राजनीती का मतलब जरा वो बताय ....
गर न बताय वो तो क्यूँ न उन्हें इस कदर सताया जाय..
की अनबोले उलझे रहस्य से पर्दा ही उठ जाये ..






 
At September 28, 2013 at 1:11 AM , Blogger अपर्णा खरे said...

sach kaha

 

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