बटवारा
एक मौसम तुम्हारा
एक मौसम हमारा
क्यों कर लिया
बिना पूछे बंटवारा
हो सकता है
दे देती मैं तुमको
अपना भी
मौसम सारा
जाओ खुश रहो
रह सकते हो
गर अकेले खुश तो
वरना
मिलकर घूमते है
जहान सारा
जीवन की सच्चाइयों को उजागर करता हुआ आपका अपना ब्लॉग जो सिर्फ़ और सिर्फ़ आपके और हमारे अनुभव को बताएगा..कैसे जिया जीवन, क्यूँ जिया जीवन और आगे किसके लिए जीवन हम सब आपस मे बाटेंगे...कही यू ही तो नही कट रहा...स्वासो की पूंजी कही यू ही तो नही लुट रही मिल कर गौर करेंगे..
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