Monday, October 12, 2020

यादों वाला डिब्बा

 
किसी ने बेच दिया
कबाड़ी को वो डिब्बा
जिसमें तुम थे
मेरी यादों के रूप में
किसी को 
गुमान भी न हुआ
वो टूटा फूटा डिब्बा
किसी की जिंदगी भी
हो सकता है
हो सकता है उसमें
ढेर सारा सुकून
रेशमी बातें
हर वो 
ठहरा हुआ पल
जो तेरे साथ गुज़रा
मेरे संबल को बढ़ाते
तुम्हारे अनगिनत शब्द
मेरी आंसूओं की कहानी
बिछड़ने की घड़ी
मिलने की खुशियां
अनेक मेरे इंतेज़ार के पल
सब चले गए
एक ऐसे शख्स के पास
जिसका इन पलों से 
कोई लेना देना ही नही
पीट पीट कर डिब्बे को
वो मेरी यादों को भी
लहूलुहान कर देगा
बेचकर मेरे खतों को 
रद्दी में
मुझे गरीब कर देगा
है क्या कोई हल
कोई कबाड़ी को 
ढूंढ लाओ
मेरे ख़तों को बचाओ
मेरी यादें है 
जिस डिब्बे में
उस डिब्बे को
ढूंढ लाओ😢😢

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