अन्न जहाँ का ख़ाता हैं
अन्न जहाँ का ख़ाता हैं
मनुष्य वही की गाता हैं
माँ बाप भी दुनिया मे
जिस बेटे का अन्न खाते हैं
उसके जैसे बन जाते हैं
देख कर बेटे के अवगुण भी
विरोध नही कर पाते हैं
भीष्म पितामह को देखे
सच को जान कर भी
स्वीकार नही कर पाते हैं
अन्न जहा का खाते हैं
हम वही का गाते हैं
मॅन मे एक विचार करे
हम भगवान का खाते हैं
अपने हिस्से का खाते हैं
अपने हिस्से का पाते हैं
करे भरोसा प्रारब्ध पर
भगवान के बन जाए हम
करे जीवन को पक्षपात रहित
मॅन मे शांति पाए हम
क्यूँ डरते हैं
क्यूँ मरते हैं
निडर होकर निवास करे
जीवन कर दे प्रभु पे अर्पण
भगवान पे विश्वास करे...
Kiran Arya क्यूँ डरते हैं
क्यूँ मरते हैं
निडर होकर निवास करे
जीवन कर दे प्रभु पे अर्पण
भगवान पे विश्वास करे..............bilkul sahi kaha mitr............:))Tuesday at 2:17pm · · 2 people
Naresh Matia भीष्म पितामह को देखे
सच को जान कर भी
स्वीकार नही कर पाते हैं
अन्न जहा का खाते हैं
हम वही का गाते हैं
............achcha likha...bahut khoobTuesday at 5:00pm · · 1 person
Mutha Rakesh करे भरोसा प्रारब्ध पर
भगवान के बन जाए हम
करे जीवन को पक्षपात रहित
मॅन मे शांति पाए हम...bahut achhi panktiyanTuesday at 7:05pm · · 1 person
Meenu Kathuria sahi kaha Aparna ji...........अन्न जहाँ का ख़ाता हैं
मनुष्य वही की गाता हैं.............kyoki manushya namak haram nahi hota........Yesterday at 12:29am · · 2 people
Poonam Matianamak ka haq ada karna hamaara karm mana jaata hai ......ham se ye aapkeshit hai ........ki jiska namak khaayein usi ke hokar rahein ......
ab ye sab bhool jaate hain .ki ishwar vo sarvotam kriti hai .......jiska hone mei hi hame moksha mil ...See MoreYesterday at 2:06am · · 2 people








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