काश तेरे शब्द मुझे चुभ ना गये होते..
हम भावहीन ना होते......
ना पीते हम आँसुओ का सागर
तपते रेगिस्तान से हम ना
हो गये होते............
तुम करते गर प्यार की बाते..
आज भी हम तेरे ही होते..
ना होता अहम, ना होती ज़िद
हम बस तुम मे ही खो गये होते..
जीवन की सच्चाइयों को उजागर करता हुआ आपका अपना ब्लॉग जो सिर्फ़ और सिर्फ़ आपके और हमारे अनुभव को बताएगा..कैसे जिया जीवन, क्यूँ जिया जीवन और आगे किसके लिए जीवन हम सब आपस मे बाटेंगे...कही यू ही तो नही कट रहा...स्वासो की पूंजी कही यू ही तो नही लुट रही मिल कर गौर करेंगे..
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