पानी जब खारा हो जाता
पानी जब खारा हो जाता
तब आँसू कहलाता हैं
कोई खूशबू स्वाद नही
बस दर्द से भर जाता हैं
सहते सहते पाशड़ो को
हृदय भी पत्थर का
बन जाता हैं
नही रहते ज़ज्बात यहाँ
सब कुछ आँसू संग
बह जाता हैं
पानी जब खारा हो जाता हैं..
यादे निकली, बातें निकली,
हृदय अब सूना सूना हैं
कोई नही हैं दिल मे मेरे..
हर कोना दिल का अपना हैं
रहा अकेला हूँ इस दुनिया मे
अपने से बाते करता हूँ
दुख लेता हूँ सुख लेता हूँ
अपने मे खुश रहता हूँ
- Bhuwnesh Prabhu Joshi aparna jee........tarif nahi kar raha......aapka kavya insani zazbato ko ukerta hua kavy hai. Big fan of u.Monday at 1:39pm · · 1 person
- Ravindra Shukla लम्हों को जिया है ---पलो को झाड़ा है ---तब कही कह पाया हूँ की आंसू खारा है ------सारगर्भित बात की जाए तो पीड़ा का आंसू से गहरा नाता है ---कवि का दिल कोमल होता है ---ये तुमने उभारा है -------व्यंजना में शाब्दिक अर्थ महात्व रखते है -----भाव को दिल से निकलने दो --और संयोजन बजनी होगा ---वेसे मुझे पसंद है काव्य का ये स्पंदन ---मुबारक ---..Monday at 1:56pm · · 3 people
- Manoj Kumar Bhattoa पानी जब खारा हो जाता
तब आँसू कहलाता हैं
कोई खूशबू स्वाद नही
बस दर्द से भर जाता हैं.......Aparna Khare ji bahut khoob...wah !Monday at 2:45pm · · 1 person - Manoj Gupta सन्देह नहीं, आँसू पानी तो होते ही
वे तरल आग हैं, और जला सकते हैं वे,
उनमें इतनी क्षमता भूचाल उठा सकते
उनमें क्षमता, पत्थर पिघला सकते हैं वे।Monday at 3:00pm · · 3 people - Manoj Gupta व्यक्ति फफक कर जीवन में रोया न कभी
उसके जीवन में कुछ अभाव रह जाता है,
दुख प्रकट न हो, भारी अनर्थ होकर रहता
रो पड़ने से, वह सारा दुख बह जाता है।Monday at 3:03pm · · 3 people - Aparna Khare waah...................bah
ut sunder Thanks Manoj Gupta ji Monday at 3:05pm · · 1 person - Kiran Arya // aise hi nai nikla aankh se yeh aansu, iske liye hamne dil ko apne phada hai, tabhi to pata chala hame ki yeh khara hai//........Kiran AryaMonday at 3:25pm · · 2 people
- Om Prakash Nautiyal *
"..यादे निकली, बातें निकली,
हृदय अब सूना सूना हैं..."
हृदय स्पर्शी !!!
*Monday at 8:21pm · · 1 person - Chitra Rathore bahoot achchi lines Aparna Ji....jab....rishton ki mithaas kaa bhram tootney lagtaa hai...to...man ki saari kadwaahat ...aur ...xpctnzzz aansu key roop main nikal aatee hain...Monday at 9:14pm · · 4 people
- Mutha Rakesh नही रहते ज़ज्बात यहाँ
सब कुछ आँसू संग
बह जाता हैं
पानी जब खारा हो जाता हैं....waah aparnaji bahut hi sunder ..adbhutMonday at 11:00pm · · 1 person - Naresh Matia bahut khoob.........sahi bat hain....jab kisi ke diye dard ki ati ho jati hain to.....ek waqt aisa bhi aata hain...jab sab aansoo ke roop mei bah jata hain...aur wo pathar ban jata hain...matlab fir us par kisi aur ke bhav aur prayaas ka koi farak nahi padta....par mujhe ek bat samajh nahi aayi ki wo insaan khush kaise rah sakta hain.....wo apne aap mei vyast to rah sakta hain...par khush nahi..Monday at 11:08pm · · 1 person
- Aparna Khare Mutha ji ap ki rachna se prerit hain meri ye rachna....apka bahut bahut shukriyaTuesday at 11:50am · · 1 person
- Rajiv Jayaswal पानी खारा हो जाता है
तो अश्रु बूँद कहलाता है
आँखों से बहता जाता है
दुख गाथा कहता जाता है |Tuesday at 11:20pm · · 1 person - Shamim Farooqui Bahut hi khubsurat ehsaas jise utni hi khubsurti se pesh kiya gaya hai..waah Aparna Khare.about an hour ago · · 1 person
5 Comments:
लम्हों को जिया है ---पलो को झाड़ा है ---तब कही कह पाया हूँ की आंसू खारा है ------सारगर्भित बात की जाए तो पीड़ा का आंसू से गहरा नाता है ---कवि का दिल कोमल होता है ---ये तुमने उभारा है -------व्यंजना में शाब्दिक अर्थ महात्व रखते है -----भाव को दिल से निकलने दो --और संयोजन बजनी होगा ---वेसे मुझे पसंद है काव्य का ये स्पंदन ---मुबारक ---
दादा आपका बहुत बहुत धन्यवाद...अपने मेरी रचना को इतना मान दिया
सन्देह नहीं, आँसू पानी तो होते ही
वे तरल आग हैं, और जला सकते हैं वे,
उनमें इतनी क्षमता भूचाल उठा सकते
उनमें क्षमता, पत्थर पिघला सकते हैं वे।
व्यक्ति फफक कर जीवन में रोया न कभी
उसके जीवन में कुछ अभाव रह जाता है,
दुख प्रकट न हो, भारी अनर्थ होकर रहता
रो पड़ने से, वह सारा दुख बह जाता है।
Thanks Manoj ji....ansoo nahi aag hain..ye sach baat hain....nikle jo ek ansoo 10 gav barbaad hain
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