बेटियों का क्या हैं जहाँ जाएगी फूल खिला देंगी
तुम्हारा आशियाना सजा देंगी, तुम ही देते हो सजा उनकोकभी जीने की, कभी मरने कीमुझे मालूम हैं रूठना भी कोई आसान नहींकरते हो ये सब मुझेमनाने के लिएप्यार जो बहुत करते हो मुझसेमान गए जो आपकी बातपछताते हुए बीत जाएगी तमाम रातप्यार की हर अदा तुम्हारे लिएबचना बचाना, छिपना छिपाना शर्मो हयारंग हैं प्यार के।।चढाया जो रंग तुमने इतना गहरा कैसे उतरेगाप्यार हैं रंग हैं ये कैसे बदलेगायुगों युगों से चलता आया हैं चक्र येदेवी देवता भी हैं तरसते सच्चे प्यार को।।करो उजाला दिल में बाहर खुद ब खुद हो जायेगा।।तुम हो गए खुश तो सारा जहाँ भी खुश हो जायेगासाँसों को चलने दो, जिंदगी को बढ़ने दो।।
क्यूँ सोचते हो ऐसा
सूरज नया आयेगा
खुद को फिर से खड़ा करो, धूळ झाडो और चल दो।
सवेरा भी नया लायेगा मायूसी तोड़ो
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