एक प्रशन..
जब नही रहेगा
मेरे चेहरे पे तेज़..
मुरझा जाएँगी...
सब कलिया..
जीवन की..
उम्र भी बढ़ जाएगी....
झुर्रिया
चेहरे पे बहुत
आ जाएगी..
चेहरे की रौनक
कहीं खो जाएगी..
बेकाबू होगा
मेरा हाथ पाव.......
अशक्त होगी
मेरी चाल.....
क्या तब भी
तुम मुझे थामोगे.....
मेरा साथ
निभाओगे..
मुझे इसी तरह चाहोगे.....
1 Comments:
kyun na chhod dete ham
waqt par kuchh anutrit sawalon ke javab
ye waqt hi to hai jo,
milata hai ghadi ki tamaam suiyon ko
parspr ..
sahi waqt ke aane par.??.
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