शानदार बुढापा कैसे जिये???
कोई साथ दे न दे
बुढापा साथ देता है
बचपन जवानी
दिखा के झलक अपनी
रवाना हो लेते है
बुढापा मौत के संग
निभाता है यारी
लेकिन इसकी दोस्ती
होती है मजबूरी
किसी को नही लगती प्यारी
बुढ़ापे को
शानदार जीना है तो
कुछ नियम अपनाओ
किसी के काम मे
दख़ल न दो
जो मिल जाये
उसे प्रेम से खाओ
मत बोलो ज्यादा
न ही ज्यादा
रोब जमाओ
अपनी पूंजी को रखो
दबाकर कस के
अपनी मुट्ठी में
मोह में आकर किसी के
न इसे गवाओ
न सुने कोई तो
अपनी सेवा में
नौकर लगाओ
बचाकर क्या करना है
धन को
दवा, फल, जूस
जो जी करे
खूब खाओ
कम बोल कर
रखो अपनी इज़्ज़त
अपने हाथ
दोस्तो संग
ऐश मनाओ
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