Lockdown शायरी
जो जी चाहे, मेरा मज़ाक बना लो,
मैं एक स्त्री हूँ, मुझे हर तरह से आजमा लो।।
प्यार से प्यार को सींच रही है धरती
मोहब्बत के फूल खिलने ही वाले है
शब्द भी होते है
तिलिस्म से,
जादूगर की मानिंद
वक़्त गुजर जाने के बाद
हाथ आते है
Gud heart's never lie
सारी हक़ीक़त का एक फ़साना
तुमने देख लिया खूबसूरत दिल...
हमने देख लिया जमाना
मंजिले खेल है
किस्मत का
बदकिस्मत ....
दौड़ा ही करते है..... पहुँच फिर भी नही पाते !!
भेज दो कुछ यहां भी
हसीन मौसम की हलचल
मेरा शहर बहुत उदास है💐💐💐💐
तुम्हे देकर उफ़्फ़/ आह
वो खुश होता
देखो न
पुरुष का प्यार
कैसा अजीब होता है???😢
कुछ दिनों की है तक़लीफ़ें
चुटकियों में गुज़र जाएगी।
होगी फिर होली, दीवाली मिलकर एक साथ,
खुशियां वापिस घर आएंगी।
मैं एक स्त्री हूँ, मुझे हर तरह से आजमा लो।।
प्यार से प्यार को सींच रही है धरती
मोहब्बत के फूल खिलने ही वाले है
शब्द भी होते है
तिलिस्म से,
जादूगर की मानिंद
वक़्त गुजर जाने के बाद
हाथ आते है
Gud heart's never lie
सारी हक़ीक़त का एक फ़साना
तुमने देख लिया खूबसूरत दिल...
हमने देख लिया जमाना
मंजिले खेल है
किस्मत का
बदकिस्मत ....
दौड़ा ही करते है..... पहुँच फिर भी नही पाते !!
भेज दो कुछ यहां भी
हसीन मौसम की हलचल
मेरा शहर बहुत उदास है💐💐💐💐
तुम्हे देकर उफ़्फ़/ आह
वो खुश होता
देखो न
पुरुष का प्यार
कैसा अजीब होता है???😢
कुछ दिनों की है तक़लीफ़ें
चुटकियों में गुज़र जाएगी।
होगी फिर होली, दीवाली मिलकर एक साथ,
खुशियां वापिस घर आएंगी।
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