Saturday, November 3, 2012




दुआ ने अपना काम किया
दवा का काम तमाम किया

मिला भी सपने मे, बिछड़ा भी सपने मे...
जिंदगी को लगा सपना नही सच हैं ये..रोया मैं ज़ोर ज़ोर से

कदमो को बहक जाने दो...
यारों कभी तो जिंदगी का मज़ा आने दो....

क्या करे मज़बूर हैं वो..लूट के देश का माल खाने को
सिखाया हैं उन्हे उनके अफ़सरानो ने...

जुल्फे हैं हमारी हमेशा साथ निभाती हैं..
तुम तो आकर चले जाते हो.....
ये हमारे साथ ही जिंदगी बिताती हैं..

 खवाबो पे एतबार 

जीने का आधार

जिसे अपना बनाते हैं
उसे हम नही आजमाते हैं..
पता हैं दिल को
हमारा ही हैं वो.....

बदलने को सीरत हिम्मत चाहिए
साथ मे आप जैसी अच्छी सोहबत चाहिए..प्रणाम बाबू जी

जा रहे हैं तो शुभ कामना लेकर जाए...
सुबह सेहतमंद उठे..लेकर ढेर सारा आशीर्वाद हमारे पास आए..

सपनो की अपनी आदत
हमारी अपनी..आज लड़ाई हैं बराबर की
देखे किसकी शह किसकी मात

अपनी कहो, उसकी सुनो
कॅट जाएगी जिंदगी....
प्यार करते रहो...........
मिल जाए जो जिंदगी

सुनाते रहो यही प्यार का फसाना....
मेरा यही सुन ने को जी चाहता हैं..

स्वाभिमान को अभिमान के आगे तिलांजलि ना दो..
अभिमान चूर चूर हुआ तो स्वाभिमान ही काम आएगा

आज कल हैं ऑनलाइन शॉपिंग का जमाना
बुक कर देंगे...आप कलेक्ट कर लेना


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