कविता में सब छिपा है
सोच की
गहराइयों से
झांकती कविता
कुछ न कहकर
बहुत कुछ
कहती कविता
अवसाद हो
या
प्रेम
लंबी छलांग
भरती कविता
सबसे सुंदर
सबसे प्यारी
तुम्हारी कविता
गहराइयों से
झांकती कविता
कुछ न कहकर
बहुत कुछ
कहती कविता
अवसाद हो
या
प्रेम
लंबी छलांग
भरती कविता
सबसे सुंदर
सबसे प्यारी
तुम्हारी कविता
0 Comments:
Post a Comment
Subscribe to Post Comments [Atom]
<< Home