किताब सी जिंदगी होती तो
काश
जिंदगी भी
कोई किताब होती
हर सफ़हे को पढ़ते
पन्ने उलट पुलट करते
सीने पे रखते
किताब को
गहरी नींद सो जाते
किताब का हर किरदार
ख़्वाब बन
आंखों में
तैरता रहता
उन किरदारों के साथ
बातें करते
घूमते फिरते
लौट आते...
लेकिन
ये तो जिंदगी है
हक़ीक़त है
बहुत कड़वी है
इसे पीना कोई आसान नही
बस जिंदा रहना है....
जब तक है सांसे
क्योंकि
मरना कोई आसान नही
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