बेगुनाह
अपनी सत्ता को
बचाने के लिए
मुझे मुजरिम
ठहराने वाले
कभी ना सो सकोगे तुम
मेरा दिल जलाने वाले....
नींद भी आएगी तो तुम्हे
स्वप्न मे मैं ही दिखूंगा
बार बार अपने
बेगुनाह होने का
सबूत पेश करूँगा......
फिर भी तुम ना समझे तो
अगले जनम तक तुम्हारा
इंतज़ार करूँगा........
कभी तो होश मे आओगे
कभी तो मुझे समझ पाओगे
तुम्हारे लिए किया
मेरा हर काम
मेरे प्यार का परिणाम था....
तुमसे किए थे जो दोस्ती के वादे
उनको निभाने का मन था....
मेरी बेगुनाही
आज भी चिल्लाति हैं
मुझे बेकसूर बताती हैं.....
तुम्हारी छटपटाहट
इस बेगुनाही पे
अपनी मुहर लगाती हैं .........
सोच लो...आज भी न्याय जिंदा हैं
सोच लो..आज भी विवेक कार्यशील हैं...
शब्द छोटा हैं लेकिन....अर्थपूर्ण हैं..
- Dinesh Chandra Mishra कभी तो होश मे आओगे
कभी तो मुझे समझ पाओगे nice lineMonday at 1:03pm · · 1 person - Aparna Khare thanks Maya sir...............swar wo jo hila de samne wale ko...Monday at 5:04pm · · 1 person
- Naresh Matia likha achcha hain...par jab dil hinahi mil rahe to kya intejaar karna aur kyu.....agar koi aise wapis bhi aata hain...to bhi kya milega....kisi ke jaabe se pahle sab maan-manuhaar theek hain...par jaane ke bad.....kyu???Monday at 5:14pm · · 1 person
- Chitra Rathore Aparna Ji...begunaahi ko...khud ko saabit krney ki zarurat hi kahaan hai...wo to...laakh jatan ke baawzood jhalak hi jaatee hai...nice cmpstn indeed...Monday at 9:06pm · · 1 person
- Rajani Bhardwaj kai sandhabho k o smete h ye kavita............... shukriya dostMonday at 10:21pm · · 1 person
- Gopal Krishna Shukla बेहतरीन रचना अपर्णा जी..... हर पंक्ति अपना महत्व दर्शा रही है... बहुत खूब....Yesterday at 12:14am · · 1 person
- Shamim Farooqui Waah Aparna Khare..Is shahr-e-namuraad me'n kis kis ko royiye--sab paarsa yahaa'n the gunahgaar mai'n hi tha...!!Yesterday at 12:53am ·
- Matia Poonam तुम्हारी छटपटाहट
इस बेगुनाही पे
अपनी मुहर लगाती हैं .........
सोच लो...आज भी न्याय जिंदा हैं
सोच लो..आज भी विवेक कार्यशील हैं...
शब्द छोटा हैं लेकिन....अर्थपूर्ण हैं..//...........ek positive soch .........Yesterday at 2:27am · · 1 person - Aparna Khare chitra ji hamare saboot dene se bhi kya hota hain....thanksYesterday at 12:42pm · · 1 person
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