भगवान के पास कान नही हैं
भगवान के पास कान नही हैं
वो किसी की सुनता नही हैं
अगर वो सबकी सुने तो दुनिया मे
सब अलत पलट हो जाए...
किसान की बेटी कहती हैं
भगवान बारिश करो
कुम्हार की बेटी कहती हैं
भगवान धूप भरो
धूप और छाया के चक्कर मे
भगवान नही पड़ता हैं
भगवान के पास कान नही हैं
वो किसी की नही सुनता हैं
भगवान को तुम वेटर समझते हो
ना जाने कैसे कैसे आदेश उसे देते हो
कोई कहता हैं मेरे बेटे को पास करा देना
कोई कहता हैं मुझे कोर्ट केस जीता देना
जाने कैसी कैसी अर्जिया लगा देते हो
भगवान तो अपनी मर्ज़ी से चलता हैं
भगवान के पास कान नही हैं
वो किसी की नही सुनता हैं
हां भगवान के पास आँखे ज़रूर हैं
जिनसे तुम्हारे भाव को पढ़ सकता हैं
देता हैं तुम्हारे भाव को सम्मान वो,
नज़रो से पवित्र तुम्हे करता हैं
भगवान के पास कान नही हैं
वो किसी की नही सुनता हैं
वो किसी की सुनता नही हैं
अगर वो सबकी सुने तो दुनिया मे
सब अलत पलट हो जाए...
किसान की बेटी कहती हैं
भगवान बारिश करो
कुम्हार की बेटी कहती हैं
भगवान धूप भरो
धूप और छाया के चक्कर मे
भगवान नही पड़ता हैं
भगवान के पास कान नही हैं
वो किसी की नही सुनता हैं
भगवान को तुम वेटर समझते हो
ना जाने कैसे कैसे आदेश उसे देते हो
कोई कहता हैं मेरे बेटे को पास करा देना
कोई कहता हैं मुझे कोर्ट केस जीता देना
जाने कैसी कैसी अर्जिया लगा देते हो
भगवान तो अपनी मर्ज़ी से चलता हैं
भगवान के पास कान नही हैं
वो किसी की नही सुनता हैं
हां भगवान के पास आँखे ज़रूर हैं
जिनसे तुम्हारे भाव को पढ़ सकता हैं
देता हैं तुम्हारे भाव को सम्मान वो,
नज़रो से पवित्र तुम्हे करता हैं
भगवान के पास कान नही हैं
वो किसी की नही सुनता हैं
Satish C Sharma aaj main bhi socvhta hoon ki 1997 mein likhi kavita ko comuter per likh hi daaloon, aapko aur ravindra ji ko samarpit karte hue,
about an hour ago · · 2 people
Satish C Sharma theek hai main aaj raat ise karhi daalta hoon anyatha ye 1997 se hastlikhit kavita aajtak usi diary mein padi hai, isi bahane test ho jaayega ki vicharon mein kuchh hai bhi ya nahin.
about an hour ago · · 3 people
Rahul Jain bhagwaan ke paas कान नहीं है वो सुनते नहीं शायद इसलिए चश्मा भी नहीं लगा पाते इसलिए देखते भी नहीं ? आज का युग कितना बदल गया है / अधर्म बढ रहा है
44 minutes ago · · 2 people
Aparna Khare sach hain Rahul ji..........................Dharm se door hote ja rahe hain ham
41 minutes ago · · 1 person
Aarti Sharma actually bhagwan hume woh deta hai jo jisko lagta hai ki hume chahiye na ki woh jo hume lagta hai ki hume chahiye...
August 6 at 12:09pm · · 1 person
Ashish Khedikar Very Nice..... khud se hi fariyaad karna behttar hai... :-))
August 6 at 12:16pm · · 2 people
Kiran Arya Aparna sahi kaha mitr yu sabki guhaar sunkar hi to ek din usne socha ki kyu na main in insaano ke dil me aa basu yeh insaan bade hi bebkoof hote hai apne aas paas khushi nai dekhte use bahar dusro sang khojte hai, aur isiliye vahan me chain se rah paaungi............sunder rachna dost................:))
August 6 at 12:37pm · · 1 person
Aparna Khare tumhare liye ek meethi si muskaan..................Cadbury jaisi...))))))))))))
August 6 at 12:39pm · · 1 person
Kiran Arya Waah mitr muh mithas se bhar gaya hamara.............khush raho..........:))
August 6 at 12:43pm ·
Alam Khursheed वाह अपर्णा जी !
क्या बात है !!!!!!!!!!!!
एक शेर आप के लिए :
________________________________
हमारी बेसबब गहरी उदासी का सबब ये हैं
कि हम गम याद रखते हैं खुशी को भूल जाते हैं
________________________________
August 6 at 12:59pm · · 3 people
Manoj Kumar Bhattoa भगवान के पास कान नही हैं
वो किसी की नही सुनता हैं .......wah ! Aparna Khare ji excellent !
August 6 at 1:10pm · · 1 person
Parveen Kathuria bahut achchhi aur bahut sachchi baat likhi aapne....भगवान के पास आँखे ज़रूर हैं
जिनसे तुम्हारे भाव को पढ़ सकता हैं
देता हैं तुम्हारे भाव को सम्मान वो,
नज़रो से पवित्र तुम्हे करता हैं....lekin....वो किसी की नही सुनता हैं...wah..
August 6 at 1:33pm · · 1 person
Rajani Bhardwaj eshwar hmare jeevan ke raste ty krta h pr un pr chla kese h ye hm ty karte h.................
August 6 at 3:44pm · · 1 person
Rajiv Jayaswal
कान भी हैं
आँख भी है
सब जगह भी है
हर शै में है
पर्वत में है
सूरज में है
चंदा में है
तारों में है
वो मुझ में है
वो तुझ में है
हर रंग में है
हर रूप में है |
August 6 at 4:40pm · · 1 person
Gopal Krishna Shukla
वाह... वाह... बहुत सुन्दर और सच्चाई लिखी है.....
भगवान तो आनी मर्ज़ी से चलता हैं
भगवान के पास कान नही हैं
वो किसी की नही सुनता हैं
................................
हन भगवान के पास आँखे ज़रूर हैं
जिनसे तुम्हारे भाव को पढ़ सकता हैं
देता हैं तुम्हारे भाव को सम्मान वो,
नज़रो से पवित्र तुम्हे करता हैं
.................................................. पर विडम्बना यही है कि मनुष्य का भी काम नही चलता बिना भगवान के पास अर्जी लगाये हुए.....
सुन्दर भावाव्यक्ति....
August 6 at 5:24pm · · 1 person
Gunjan Agrawal tooooo guddddd......... uske pass sirf aankhain hain.... jinse vo dekhta hai hamari pavitrata..... aur jinse vo padhta hai hamare pavitra vichar..... realy too guddd
Monday at 7:21pm · · 1 person
0 Comments:
Post a Comment
Subscribe to Post Comments [Atom]
<< Home