लो हो गई दीवाली इस बार
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कितना निशब्द हो जाता हैं इंसान
जब मौत के करीब होता हैं ............
कभी कभी तो मौत दस्तक भी नही देती
और दरवाजे तक आ जाती हैं
कल की ही बात हैं
हमारे पड़ोस मे एक भैया रहते थे
इतने हस्मुख की पूरा मोहल्ला
उनसे खुश रहता था
हर चलता फिरता आदमी भी
उनसे बात किए बिना नही निकलता था
ग़रीबी से पले बढ़े, संघर्ष किया
इतना पैसा कमाया कि बच्चो को
कोई दुख ना छूने पाया..........
पूरे उत्तर प्रदेश मे कारोबार फैला लिया था
और भारत भर को छूने का मॅन बना लिया
एक दिन किसी मीटिंग से लौट रहे
रेलगाड़ी मे सफ़र कर रहे थे
रास्ते मे किसी का फोन आया
बात करने के लिए
दरवाजे पे आए
एक हाथ मे सिगरेट
दूसरे हाथ मे मोबाइल दबाए
पता नही कैसे झटका लगा
और नीचे गिर गये
सिर मे गहरी चोट लगी
और बेहोश हो गये
जब तक अस्पताल ले जाते
भगवान की गोद मे समा गये
पीछे रह गये पत्नी, बच्चे और बहने,
सब का क्या हाल होगा
ये तो आप सब जान सकते हैं
एक छोटा सा शौक
कैसे जान ले सकता हैं
मन मे ना जाने
कितनी इच्छाए दबी होंगी
जाने कितने कमिट्मेंट्स होंगे
जो उनके साथ चले गये
रह गया एक प्रशन चिन्हन
जो उम्र भर सालता रहेगा
मेरी भी आपसे प्रार्थना हैं
ऐसा कोई कदम ना उठाए
किसी भी शौक को
अपने जीवन से बड़ा ना बनाए..
(सत्य घटना पे आधारित)
Aparna Khare hamara sharir kitna keemati hain ham ye nahi jante hain aur jara jara si baat pe risk utha liya karte hain....thanks sir
October 20 at 4:52pm ·
Naresh Motwani ऐसा कोई कदम ना उठाए
किसी भी शौक को
अपने जीवन से बड़ा ना बनाए....
October 20 at 4:55pm · · 2
Vishaal Charchchit बाप रे.....................इतना लिख डाला??? ये औरत है या छापाखाना ..........इस रचना को तो दिवाली की छुट्टियों में पढना पड़ेगा..........तब तक ये एडवांस कमेन्ट !!!!
October 20 at 5:34pm · · 1
Vishaal Charchchit O SORRY - SORRY.......DARASAL.......HAATH FISAL GAYA THA........AAP TO EK KAMSIN.........MASOOM..... ......BHOLI BHALI...........NADAAN SI BACHCHI HAIN..........AUR IS BAAT KA PROOF HAI AAPKI YE NARM - NARM MULAAYAM - MULAAYAM BAAT KI........"Vishall aurat Aurat kise bola??????????"
October 20 at 5:57pm ·
Vishaal Charchchit HAAN LEKIN AAPKA ASAR ITNA HAI JAISE .1420 KM KI DOORI PE HON
October 20 at 6:04pm · · 1
Vishaal Charchchit AUR ISE KAHTE HAIN...........AAPSI BAATCHEET SE TERROR KA HAL !!!!
October 20 at 6:05pm · · 1
Vishaal Charchchit HAAN...........LAL KILE KI TAIYAARI HAI..........WAHIN SE TERROR PAR BHASAN DOONGA !!!!
October 20 at 6:07pm · · 1
Vishaal Charchchit HAAN........PAR DOOSARE MASAAIL BHI HAIN IS MULK MEIN EK TERROR KE SIWA.............................
October 20 at 6:12pm · · 1
Rajani Bhardwaj कितना निशब्द हो जाता हैं इंसान................ nishabd kya niruttar ho jata ...........mout ka tala aisa hi hota h aparna
October 20 at 6:52pm · · 1
Kamlesh Kumar Shukla hamara aur inka 5 saal ka saath tha aur ham dono saath saath kaam karte the sitapur me ..bahut badiya aur hasmukh tha vo bhagwan uski aatma ko shanti pradan kare ...vaise har aadmi ko fishlana hai is duniya se lakin jis tarh ye fisla bhagwan aur koi na fisle train se
October 20 at 8:52pm · · 1
Naresh Matia aapne pura chitra kheench kar rakh diya.....likhna apne aap mei ek kalaa hain...aapki kalaa ko salaam....baki jo kuchh is mei hua...wo hi jeevan ka ek matra aisa satya hain...jis par insaan kisi bhi yug mei vijay nahi pa paya......bhool kahe....ya galti kahe....ya kuchh aur.....par yehi wo cheej hain...jo bhagwaan ke hath mei rahti hain...aur wo ...yeh galtiya karwa deta hain........
October 20 at 11:32pm · · 1
Meenu Kathuria जो भी हुआ ........बहुत बुरा हुआ.......पर ऊपर वाले की मर्ज़ी के आगे कोई जोर नहीं..........
October 21 at 12:07am · · 1
Poonam Matia Aparna Khare........bahut sajeev chitran kiya aapne ek dukhad ghatna ka ..........buraaiyan chhodne ka sandesh bhi sahi hai ..but yes there are but a few things which HE has kept under his control .......
October 21 at 3:06am · · 1
Gopal Krishna Shukla ईश्वर की मर्जी के आगे किसी की नही चलती... पर इसका यह मतलब नही की हम असावधान हो कर रहे....
मर्मस्पर्शी रचना अपर्णा जी....
October 21 at 1:24pm · · 1
Rajendra Goel vo itni speed se chal raha tha, lagta hai purv aabhaash tha.
October 21 at 9:07pm · · 1
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