छठी इंद्रिय
अनकहे को समझना
उसका गुण हैं शायद
क्यूंकी हर तितली के पास
होती हैं छठी इंद्रिय
जिस से वो अंजाने
ख़तरो को भी भाँप
लिया करती हैं
बचा लेती हैं
अपने आप को
उन भवरों से
जो उसे बेवजह
परेशान किया करते हैं
लेकिन वहाँ दे देती हैं
अपना सर्वस्व
जहाँ कोई उससे
कुछ नही चाहता
नही रहती कुछ भी
बचाने की मंशा उसकी
समझ जाती हैं
दिल की हर बात
जो उसके पास से
होकर गुजरती है
जगा देती हैं
प्यार की उम्मीदें
सोए हुए मॅन मे....
लेकिन मुझे पता हैं
मुझे उसको छूना नही हैं
छूने से उसका अस्तित्व
तार तार हो जाएगा
और कुछ भी
हाथ नही आएगा...
- Nirmal Paneri, Anju Sharma, Vandna Tripathi and 9 others like this.
Vandna Tripathi बहुत सुन्दर लिखा है अपर्णा...ये तितलियाँ बड़ी प्यारी...बड़ी नाज़ुक...बड़ी समझदार भी...हर आहट पे चौंक चौंक जाती हैं....दिल को लुभाती है....हाँथ किसी के न आती हैं....पर जो समझ लेते हैं इनके मन को...उनके दिल पर अपने परों के सतरंगे ...रंग छोड़ जाती हैं...
Tuesday at 4:24pm ·
Prem Tanmay अनकहे को कहना ही कविता की विशेषता होती है .जिसे समझ भी जाये और कहे कुछ भी नहीं
Tuesday at 4:32pm · · 1 person
Nirmal Paneri जो उसके पास से
होकर गुजरती है
जगा देती हैं
प्यार की उम्मीदें
सोए हुए मॅन मे..!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!
Tuesday at 9:57pm ·
Mutha Rakesh titli ke bahane ....aapne kavita mein kai arth diya hai jo jhilmilate hai ....wakai titli ...ko jo pakadne ki kosisi kere wo kabhi use choo nahi paataa ..wo to achanak aaker baithti hai jaha wo baithna chahti hai ....sunder bhav
17 hours ago · · 2 people
- Saroj Singh बहुत सुन्दर रचना !!!तितलियों सी सुन्दर भावनायों को प्रदर्शित करती मनमोहक कविता ....अपर्णा !!!!तितलियाँ स्वछन्द उडती ही भाती है उन्हें पकड़ना या क़ैद करना उन्हें मारने के बराबर हैOctober 14 at 11:42am · · 1 person
- Manoj Kumar Bhattoa wah ! bahut hi khobsoorat kavita .....Aparna ji.October 14 at 12:04pm · · 1 person
- Kamal Kumar Nagal aap ki rachnao ke sabdo me yatharth hota he ...very very nice aparna jiOctober 14 at 12:05pm · · 1 person
- Gunjan Agrawal kuch likhna chahti hun....pr aabhi nahin baad main aacha sa comment dungi Aparna.... aabhi ke liye itna hi ki bahaut aacha likha hai...kuch aisa ki man hai revert karun main bhi kuch likhkrOctober 14 at 12:12pm · · 1 person
- Shamim Farooqui Waah bahut khoob ehsaas hai Aparna jaise titli ne khud meri chhatti his ko bedaar kar diya..waah bahut khoob.October 14 at 9:03pm · · 1 person
- Chitra Rathore Aparna ji...bahut hi khoobsoorat lines...ehsaason aur...andeshey...main...li
ptee hui... October 14 at 10:09pm ·
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