तुम मुझे अच्छे लगते हो
क्यूँ ?????????
अभी बताती हूँ...
तुम्हारे साथ मुझे मिलता हैं
एक सुंकून का एहसास
तुम्हारे होने से मैं खुद को
निसचिंत सा पाती हूँ
तुम्हारी बाते मुझे ना जाने क्यूँ
अपनापन दे जाती हैं
जब तुम रखते हो मुझपे हक़
तो मुझे बहुत अच्छा लगता हैं
तुम्हारे साथ खो जाना मुझे
अच्छा लगता हैं..............
तुम्हारी निगाहो मे अजब सी
रोशनी हैं.....
तुम्हारी बातो मे अजब सी
सरगोशी हैं
मैं कोई सपनो की बात
नही कर रही बल्कि ये हक़ीकत हैं
साहस है तुम्हारे भीतर सही को सही
और गलत को गलत कहने का ।
बेकार हो चुकी सड़ी -गली और पक्षपाती
रूढ़ियों एवं परम्पराओं को
तोड़ने का ।
अत्याचार -अन्याय के खिलाफ
खड़े होने का ....................
दुनिया से लड़ने का..............
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- Journalist Omkar Mani Tripathi yahee ahsas hi to sabse khas ahsas hai......jiske pas nahi,vo tanha aur udas hai.October 29 at 1:06pm · · 1
- Ramesh Sharma नही कर रही बल्कि ये हक़ीकत हैं
साहस है तुम्हारे भीतर सही को सही
और गलत को गलत कहने का ।...wahhhh..lajvabOctober 29 at 1:22pm · · 1 - Parveen Kathuria main to nazar aa hi raha hu...main apni baat nahi kar raha....October 29 at 1:36pm · · 1
- Rahim Khan bhulna bhi nahi chahiye......bahut achhi baat ab aap kevichaaro ko ek dish mil gayi hain woh ab ....................ghutan
mahsus nahi karte/ October 29 at 2:25pm · · 1 - Rahim Khan but mai abhi apne ap ko is kabil nahi samjha.......ye aap ki nazare inyat hain..............October 29 at 2:27pm · · 1
- Rahim Khan aap ne apni is rachna me romentic aur ek feeling ko bayaan kiya hain.......grafic selection jam nahi rah hain mere hisab se koi female hona thaOctober 29 at 2:30pm · · 1
- Rajiv Jayaswal nice romantic poem, but i agree with Rahim khan , the snap should be of a female here.October 29 at 3:06pm · · 1
- Kamal Kumar Nagal words me sachai bhi he rachna bhi pyaar aot-pot he...accha likha aap neOctober 29 at 4:07pm · · 1
- Alam Khursheed ----------
तुम मुझे अच्छे लगते हो
क्यूँ ?????????
अभी बताती हूँ..................
अच्छे लगने के
अच्छे कारण गिनवाए हैं अपर्णा जी .........बहुत ख़ूब !October 29 at 5:29pm · · 1 - Vishaal Charchchit जी अपर्णा जी बहुत खूब..................हमारी
तो ईश्वर से प्रार्थना है कि आपका ये सुकून.............अपनेपन का एहसास..........उनके साथ खो जाना.............उनकी निगाहों की रौशनी..............उनकी बातों में सरगोशी............सब कुछ यूं ही सलामत रहे !!! October 29 at 10:18pm · - Meenu Kathuria khuda apni khudai har lamha aajmata h
tum mohabbat karo is liye dil banata h.............October 30 at 12:10am · - Rajani Bhardwaj sachmuch koi yu hi to achchha nhi lg jata na..............achchhi rachnaOctober 30 at 8:27am ·
- Kiran Arya Mitr kab koi anjaana apna ban jaata hai yeh pata hi nai lagta, man anayaas hi kah uthta hai tab tum hi ho jisne mujhe jeene ki kala sikhla di mere hoton ki vo muskaan lauta di..............:))October 31 at 12:32pm · · 1
- Bodhi Prakashan संघर्षधर्मी से नेह करना एक प्रकार से संघर्ष में साझा करना है...यह निष्ठा केवल भावुकतावश नहीं....विवेकपूर्ण जान पड़ती है.....November 1 at 10:32pm · · 1
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