Monday, October 24, 2011




मेरा मॅन का आँगन सूना 
तुम आ कर दीप जला देना
मैं काली रात अमावस
तुम उजियारा कर देना
तुम ठहरे चंदा से उज्जवल
मुझको शीतल कर देना
मैने ओढी रात की चादर
तुम अंधेरा मिटा जाना

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