गुरु का मिलना
गुरु से मिलना
क्या फ़र्क नज़र आता हैं?
गुरु का मिलना
पुर जीवन को झन्क्रत कर जाता हैं
गुरु से मिलना
बुझे मन को फिर से
जला जाता हैं
सूखे जीवन को
रसो से सराबोर कर जाता हैं
गुरु का मिलना यानी
मन वचन कर्म सब से
पूरी तरह बदल जाना
सब से प्यार करना
खुद से प्यार करना
सीखा जाता हैं
गुरु से सामने मिलना
हमे ना जाने क्या क्या
दे जाता हैं
उसका एक स्पर्श
हमारे अंतस को
हिला जाता हैं
उसकी वाणी
सीधे दिल मे
उतर जाती हैं
उसकी प्यार वाली नज़र
मन को एक रस कर जाती हैं
जीवन मे जितना गुरु का मिलना ज़रूरी हैं
उस से ज्यादा ज़रूरी हैं समय समय पर
गुरु से मिलना......................... .............
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