रूहानी सुहानी
जीवन की सच्चाइयों को उजागर करता हुआ आपका अपना ब्लॉग जो सिर्फ़ और सिर्फ़ आपके और हमारे अनुभव को बताएगा..कैसे जिया जीवन, क्यूँ जिया जीवन और आगे किसके लिए जीवन हम सब आपस मे बाटेंगे...कही यू ही तो नही कट रहा...स्वासो की पूंजी कही यू ही तो नही लुट रही मिल कर गौर करेंगे..
2 Comments:
सुंदर कविता. जीवन के कुछ अनकहे पहलुओं को उजागर करता हुआ...बीते वक्त के धुल भरक पन्नो की धुल झटक कर पन्ने पलटता हुआ सा....
Shukriya Girish ji...
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