कबीर ने मौन धारा ..
अब कौन करेगा
जग में उजियारा..
किसमे हिम्मत ...............
जो कर पाए इंसाफ की बातें
अब कौन करेगा
जग में उजियारा..
किसमे हिम्मत ...............
जो कर पाए इंसाफ की बातें
कौन हैं जो ................
नहीं किस्मत का मारा.. ................
उठो कबीर ..........करो फिर से न्याय की बातें
जगाओ सबको ....................भरो जोश सबमे ..
खुदा .............नहीं हुआ हैं बहरा
नहीं किस्मत का मारा.. ................
उठो कबीर ..........करो फिर से न्याय की बातें
जगाओ सबको ....................भरो जोश सबमे ..
खुदा .............नहीं हुआ हैं बहरा
..फिर से बताओ सबको..
अब सबको तुम्हारी बातों का ......................
अब सबको तुम्हारी बातों का ......................
ही हैं सहारा....
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