कहीं नसीब कि मार न झेलनी पड़ जाये उन्हें जो ...
क्यूँ बोलते हैं
लोग झूठ,
क्यूँ बोते हैं कांटा
उन्हें नहीं पता
एक दिन ये कांटा
उन्हें ही हैं चुभ जाता ...
लोग झूठ,
क्यूँ बोते हैं कांटा
उन्हें नहीं पता
एक दिन ये कांटा
उन्हें ही हैं चुभ जाता ...
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