तुम्हारा इंतेज़ार है
तुम्हारा इंतज़ार
करती आंखे.......
अब थकने लगी है
तुम्हारी न आने की
जिद ने
जिंदगी के हौसलों को
पस्त सा कर दिया है.....
पैरों ने भी
दे दिया है जवाब
नही रही दिल मे
वो गर्मगोशी
जैसी तुम्हारे आने की
खबर से होती थी......
खुशनुमा हो उठता था
पूरा माहौल
मस्ती के आलम से
बस क्या कहूँ....…......
इंतेज़ारी आंखे,
थका जिस्म,
यादों से धड़कता दिल
उम्मीद का सावन
शायद
मेरा सोचा भी
कुछ हो जाये...........
करती आंखे.......
अब थकने लगी है
तुम्हारी न आने की
जिद ने
जिंदगी के हौसलों को
पस्त सा कर दिया है.....
पैरों ने भी
दे दिया है जवाब
नही रही दिल मे
वो गर्मगोशी
जैसी तुम्हारे आने की
खबर से होती थी......
खुशनुमा हो उठता था
पूरा माहौल
मस्ती के आलम से
बस क्या कहूँ....…......
इंतेज़ारी आंखे,
थका जिस्म,
यादों से धड़कता दिल
उम्मीद का सावन
शायद
मेरा सोचा भी
कुछ हो जाये...........
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