मिट्टी का मिट्टी में मिलना
नही लिखा जाएगा
मुझसे
यू कठोर होकर
तुमसे बिछड़ना
मिट्टी का
मिट्टी में मिलना
ये काम
सिर्फ तुम ही करना
मेरे जाने के बाद
क्यूंकि
बिछड़ने का दर्द
मैंने सहा है
जो असहनीय है
मेरे लिए
तुम्हारे लिए
सबके लिए
जीवन की सच्चाइयों को उजागर करता हुआ आपका अपना ब्लॉग जो सिर्फ़ और सिर्फ़ आपके और हमारे अनुभव को बताएगा..कैसे जिया जीवन, क्यूँ जिया जीवन और आगे किसके लिए जीवन हम सब आपस मे बाटेंगे...कही यू ही तो नही कट रहा...स्वासो की पूंजी कही यू ही तो नही लुट रही मिल कर गौर करेंगे..
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