दुनिया मे दुख कितने कम है
दुनिया मे दुख कितने कम है
ये कहने का किसमे दम है
दुनिया तो दुखो से भरी पड़ी है
न जाने कितने दुखी इंसान
जिनके पास बेहिसाब दुखो
की लड़ी है....
एक दुख जाता नही
चार और आ जाते है...
बेचारा एक से लड़ पता नही..
वो चार और दबा जाते है..
मज़बूर इंसान बेचारा क्या करे
लड़े तो लड़े..
ना लड़े तो भी लड़े...
कुछ उपाय नही सूझता है..
क्या भगवान भी कभी नही
पसीजता हैं.....
हे भगवान कही से आओ
कोई तो राह सुझाओ..
हमे अपनी राह लगाओ...
नही तो दुखो से छुटकारा दिलाओ..
आओ मेरे राम आओ...
आ कर मुझे गले लगाओ..
अपना बनाओ..
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