Tuesday, August 9, 2011

अंजुली


एक अंजुली भर रेत की 
लिख दिया निर्माण अब
छीन कर हक़ दूसरो का
बन गये सिरजनहार अब 
नीर तो छलकेगा ही..
जब खो गये अरमान हैं
दिखता नही अब कही
खुला आसमान हैं....
एक अंजुली रेत की -----
बन गई हैं आह सी 
जल रहा हैं मन अब
वेदना की दाह से ...
लग जाए ना आग अब
शून्यता के भाव मे 
ज्वाला सी हैं जल रही
मन, अंतःकरण और प्राण मे
एक अंजुली रेत की -----------
खोजना हैं मर्म अब
जिंदगी की रेत से
खोजना हैं मोती अब 
गहरे समुन्द्र से.......
तब अंजुलि भर जाएगी
कहीं तो काम आएगी
ना बन सके सूरज....
नन्हा दीप तो बन जाएगी
एक अंजुली रेत की -----------




    • Deepak Shirahatti शब्दों का चयन बहुत बढिया है
      33 minutes ago ·  ·  2 people

    • Aparna Khare thanks Deepak ji
      33 minutes ago ·  ·  1 person

    • Suman Mishra विषय सुंदर, शब्द सुंदर कवित्त सुंदर ,,,,वाह अपर्णा DI
      15 minutes ago ·  ·  2 people

    • Aparna Khare padhne wala usse bhi sunder
      14 minutes ago ·  ·  1 person

    • Ravindra Shukla अंजुली shabd ki vyaakhaayaa chaahtaa hoon ---maaf kare ---hahahaha..
      13 minutes ago ·  ·  2 people

    • Aparna Khare dada ap ap hain.....
      12 minutes ago ·  ·  2 people

    • Ravindra Shukla मुझे पता नहीं अंजुली सही है की अंजली ---स्पस्ट करे ---?..
      10 minutes ago ·  ·  1 person

    • Suman Mishra अंजुरी.....तो मुझे भी पसंद है
      9 minutes ago ·  ·  2 people

    • Aparna Khare anjuli....hota hain suman ji
      9 minutes ago · 

    • Deepak Shirahatti अंजलि / अंजली / अंजुरि / अंजुरी
      8 minutes ago ·  ·  3 people

    • Suman Mishra शब्द सुंदर है,,,,लिखा जा सकता है बहुत कुछ,,,
      8 minutes ago ·  ·  1 person

    • Deepak Shirahatti शब्दों पर बात चली है तो कहीं से चुराई हुई दो पंक्तियां लिख रहा हूं -
      7 minutes ago ·  ·  2 people

    • Aparna Khare swagat hain
      6 minutes ago · 

    • Suman Mishra इरशाद ////
      6 minutes ago ·  ·  1 person

    • Deepak Shirahatti प्यार का पहला, इश्क का दूसरा और मुहब्बत का तीसरा अक्षर अधूरा होता है,
      हम आपको चाहते हैं, क्योंकि, चाहत का हर अक्षर पूरा होता है।

      6 minutes ago ·  ·  1 person

    • Deepak Shirahatti शब्दों की सुंदरता देखें।
      5 minutes ago ·  ·  2 people

    • Suman Mishra वाह...............
      5 minutes ago ·  ·  1 person

    • Suman Mishra इसी को काव्य बहस बना दीजिये,,,,संकेत PAR,,,
      5 minutes ago ·  ·  1 person

    • Ravindra Shukla सुंदर व्यंजना शुक्ल के तीनो अक्षर टेढ़े है --------पर पाण्डेय और मिश्र भी सामान है ---कोई एनी शब्दों को बताये ---.....?
      3 minutes ago ·  ·  1 person

    • Deepak Shirahatti बहस जारी रखी जाय । काफी अच्छे विश्लेषण पढ़ने को मिलेंगे
      about a minute ago ·  ·  1 person

    • Deepak Shirahatti कृपया। (यह लिखना भूल गया था)
      about a minute ago ·  ·  1 person

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