अंजुली
एक अंजुली भर रेत की
लिख दिया निर्माण अब
छीन कर हक़ दूसरो का
बन गये सिरजनहार अब
नीर तो छलकेगा ही..
जब खो गये अरमान हैं
दिखता नही अब कही
खुला आसमान हैं....
एक अंजुली रेत की -----
बन गई हैं आह सी
जल रहा हैं मन अब
वेदना की दाह से ...
लग जाए ना आग अब
शून्यता के भाव मे
ज्वाला सी हैं जल रही
मन, अंतःकरण और प्राण मे
एक अंजुली रेत की -----------
खोजना हैं मर्म अब
जिंदगी की रेत से
खोजना हैं मोती अब
गहरे समुन्द्र से.......
तब अंजुलि भर जाएगी
कहीं तो काम आएगी
ना बन सके सूरज....
नन्हा दीप तो बन जाएगी
एक अंजुली रेत की -----------
Dinesh Chandra Mishra खोजना हैं मर्म अब
जिंदगी की रेत से
खोजना हैं मोती अब
गहरे समुन्द्र से.......
तब अंजुलि भर जाएगी
कहीं तो काम आएगी nice line
Yesterday at 2:26pm · · 1 person
Ashvani Sharma nice one .........your expressions are straight and effective
23 hours ago · · 1 person
Rajani Bhardwaj ना बन सके सूरज....
नन्हा दीप तो बन जाएगी................... essence of this poem aabhar
22 hours ago · · 1 person
Chitra Rathore Aparna Ji...Anjuli bhar raet ki tarah hi...anjuli bhar aashaa...bhi jeevan nav-nirmaan main important hai...khoobsoorat ...lines and message...
18 hours ago · · 2 people
Gopal Krishna Shukla बहुत सुन्दर भावाव्यक्ति अपर्णा जी....
खोजना हैं मर्म अब
जिंदगी की रेत से........... सुन्दर पंक्तियां
15 hours ago ·
Meenu Kathuria Aparna Khare ji........anjuli bhar rait ki tarah............ek anjuli bhar paani.......kisi ko nav jeevan bhi de sakta hai........
15 hours ago ·
- प्रतिबिम्ब बड़थ्वाल and 3 others like this.
प्रतिबिम्ब बड़थ्वाल बहुत ही सुंदर अपर्णा जी ... रेत वैसे तो कई भावोकों समाये है लेकिन आपने एक आस के तहत सुंदर अहसास लिखे है
8 minutes ago ·
Ravindra Shukla अंजुली shabd ki vyaakhaayaa chaahtaa hoon ---maaf kare ---hahahaha..
13 minutes ago · · 2 people
Ravindra Shukla मुझे पता नहीं अंजुली सही है की अंजली ---स्पस्ट करे ---?..
10 minutes ago · · 1 person
Deepak Shirahatti शब्दों पर बात चली है तो कहीं से चुराई हुई दो पंक्तियां लिख रहा हूं -
7 minutes ago · · 2 people
Deepak Shirahatti प्यार का पहला, इश्क का दूसरा और मुहब्बत का तीसरा अक्षर अधूरा होता है,
हम आपको चाहते हैं, क्योंकि, चाहत का हर अक्षर पूरा होता है।
6 minutes ago · · 1 person
Ravindra Shukla सुंदर व्यंजना शुक्ल के तीनो अक्षर टेढ़े है --------पर पाण्डेय और मिश्र भी सामान है ---कोई एनी शब्दों को बताये ---.....?
3 minutes ago · · 1 person
Deepak Shirahatti बहस जारी रखी जाय । काफी अच्छे विश्लेषण पढ़ने को मिलेंगे
about a minute ago · · 1 person
0 Comments:
Post a Comment
Subscribe to Post Comments [Atom]
<< Home