कैसे ना आती माँ
कैसे ना आती माँ
तुम्हे रोज़ देखने..
तुम ही नही दे पाते उसे.....वक़्त
आज भी लगता हैं उसे उसका बच्चा
अभी बहुत छोटा हैं
नही ले पाता कुछ निर्णय
आज भी अपने आप..
तुम ले सको वो निर्णय ढंग से
इसीलिए वो आती हैं...लेकिन
कुछ ना कर पाना
उसकी विवशता हैं...
तुम भी देखना जब
तुम्हारे बच्चे बड़े हो जाएँगे
नही होगी उन्हे तुम्हारी ज़रूरत
तुम भी खाली हो जाओगे
दुनियावी बातों से..
नही छोड़ पाओगे फिर भी
अपने बच्चो को अकेला..
भले ही उन्हे आदत ना रहे तुम्हारी..
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