मैं हूँ ठंडी हवा का झोंका..मुझे भूल ना पाओगे..
तेरे नाम का असर आज भी कुछ ऐसा है
लेता हूँ साँस जब भी..तेरा नाम ही निकलता हैं.
महसूस करोगे जब भी मुझे पास ही पाओगे...
मैं हूँ ठंडी हवा का झोंका..मुझे भूल ना पाओगे..
हमने कब कहा हम तुम्हे नही जानते..
ले सकते नही तेरा नाम सबके सामने..
इसलिए कह दिया हम तुम्हे नही पहचानते
माँ जैसा ना कोई हुआ हैं ना होगा...
माँ देखती हैं वो जो बीवी नही देख पाती
अपने बच्चे का दुख बिन कहे ही समझ जाती..
रो पड़ती हैं ज़रा सी चोट पे ...उसकी
जो सारे संसार का दुख हंस कर सह कर जाती..
देखा जो उनको करीब से लब ही झुक गये..
कहना था कुछ..कुछ और ही कह गये..
मोहब्बत करके इतना हाथ आया हैं..
लोग कहते हो भूल गये हो मुस्कुराना हैं..
हमे तो सपने मे भी तुम्हारा ही ख़याल आया हैं..
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