Friday, August 30, 2013

हस्ताक्षर

छोटी सी जिंदगी मे..
लंबी बाते नही चलती..
बाढ़ हो चाहे कितनी भी देर की...
नदी कभी नही ख़तम होती..
तुम्हारा होना ही 

किसी हस्ताक्षर से कम नही...
ये दिल हैं यारों..कोई स्लेट...

कॉपी का...पन्ना नही..
अमिट हैं छाप तुम्हारी...

कभी ये मिट नही सकती..
फॅट सकती हैं कॉपी...लेकिन 

स्याही जा नही सकती...
आख़िर...हस्ताक्षर जो अमूल्य हैं..

तुम्हारे..इस हृदय पे..

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