सैनिको की पत्नियो को नमन..कलेजा हो तो इनके जैसा
देख कर उनका शव
कलेजा हलक को आया
कौन कहता हैं शहीद की बेवा
रोती नही..हां ..........
उनके आँसू ज़रूर
गर्व के होते हैं
रो कर भी
अपने लालो को
वो बनाना चाहती हैं
अपने पति जैसा शूरवीर..
देश की खातिर
जो काम आए..
लड़े जो जम के
दुश्मनो के साथ....
मर कर देश के
काम आए...शहीद कहलाये
कलेजा हलक को आया
कौन कहता हैं शहीद की बेवा
रोती नही..हां ..........
उनके आँसू ज़रूर
गर्व के होते हैं
रो कर भी
अपने लालो को
वो बनाना चाहती हैं
अपने पति जैसा शूरवीर..
देश की खातिर
जो काम आए..
लड़े जो जम के
दुश्मनो के साथ....
मर कर देश के
काम आए...शहीद कहलाये
6 Comments:
bhawpoorna prastuti
शहीद के बेवाओं को नमन ........ !!
बहुत भावपूर्ण और प्यारी सी रचना
होली की शुभकामनायें !!
Shukriya Tushar ji..
shukriya Ana...ji
Shukriya Mukesh ji
Nari se nar hot hai nari jag ki khan nari ninda na karen nari jag ki pahchan
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