Sunday, April 6, 2014

you rule...............


प्यार वो एहसास हैं
जो रोम रोम मे बसा करता हैं
देता हैं अजब खुशी....
हर वक़्त दिल उसी को याद करता हैं...
लगता हैं दुनिया को बता दे..
जो हमने आया हैं सबको दिखा दे..
लेकिन ऐसा कर नही सकते..
इस ज़हरीली दुनिया मे किसी से
कुछ कह नही सकते...
जलन मे हमे मार डालेगी..
ना जिएगी ना..जीने देगी
ऐसा षडयंत्र रच डालेगी...

जिसे बाँध लिया दिल से
वो कहीं जाने वाला नही..
हमारा था हमारा हैं......
हमारे सिवा रहने वाला नही..

3 Comments:

At April 11, 2014 at 9:22 AM , Blogger प्रसन्नवदन चतुर्वेदी 'अनघ' said...

वाह... बहुत उम्दा और प्रेमभाव से परिपूर्ण रचना....बहुत बहुत बधाई...
नयी पोस्ट@भूली हुई यादों

 
At June 5, 2014 at 1:26 AM , Blogger अपर्णा खरे said...

shukriya Tushar ji...

 
At June 5, 2014 at 1:27 AM , Blogger अपर्णा खरे said...

Abhaar Prasanna ji

 

Post a Comment

Subscribe to Post Comments [Atom]

<< Home