Saturday, June 18, 2011

क्या तू ही भगवान


मेरे भीतर  प्रश्‍न है आया
क्या तू ही भगवान है
मॅन ने ही उत्तर थमाया
हा तू ही भगवान है..
बस थोड़ा सा अंतर है
तेरे भीतर दुनिया का घर है...
उसके आत्मिक लक्षण है
तेरे भीतर ये है मेरा ये है तेरा
वो  देखे सबको एक जैसा
तेरे भीतर जगत का पसारा
वो तो है निरलेप न्यारा
मेरे तेरे का भेद मिटाए
तो हम  शुध ब्रह्म बन जाए
फिर तू ही तो है भगवान कहाए...

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