तुम्हारा गर्म एहसास......................
क्या तुम मुझे छोड़ कर
चली गई हो?
मन मे बार बार
यही सवाल आता हैं
लेकिन फिर भी
मेरा मॅन ऐसा हैं
उस "हाँ" के उत्तर पे
विश्वास नही कर पाता हैं
मुझे अब भी याद हैं
तुम्हारे साथ बिताए पल
पूस की सर्द ठंडी रात,
तुम्हारे साथ...........
रज़ाई मे बैठ कर बतियाना,
मूँगफली चुगना,
भाप उड़ती चाय से अपना चेहरा सेकना
फिर उस चाय की चुस्कियाँ लगाना
कुछ मेरी सुनना , कुछ अपनी सुनाना
वो सर्द रातों के गर्म लम्हे
आज भी तुम्हे बुलाते हैं
आज भी जब रज़ाई की
सरसराहट होती हैं
तो सारे ठंडे हुए पल
फिर से गरमा जाते हैं
और यक ब यक तुम
याद आ जाती हो...
तुम्हारे हाथ का बुना
मेरा वो सफेद स्वेटर
आज भी जब अलमारी से
निकालता हूँ तो
स्वेटर के साथ तुम भी...........
निकल आती हो................
कभी बाहें नापती, कभी गला बुनती
नज़र आ जाती हो................
अरे ये क्या
मैने स्वेटर पहना और तुम
स्वेटर के साथ कैसे
मेरी बाहों मे आ गई
मेरे गले लग गई और
बाहों मे समा गई..
देखो तुम आज भी
मेरे आस पास हो..
स्वेटर की गर्मी के साथ साथ..............
वो तुम्हारा गर्म एहसास......................
- 1 share
- Suman Mishra RAASTE KE LIYE RAKH LENAA DI,.,,,,JAROORI HAI....MAJAA AA GAYA,,,,PADH KAR,,,,November 24 at 12:11pm · · 2
- Ravindra Shukla kyaa nyaa pryog kiyaa hai aparnaa ---kyaa --kyaa likh jaati ho ---bahut sunder ---November 24 at 12:12pm · · 2
- Ravindra Shukla hahahahaaaaa kabhi kabhi kuch kavitaa bahut majedaar lagti hai ---ye bhi unme se ek hai -------mjaa aa gyaa ----hahahahaaaaa aparnaa vaakai tumhaaraa jwaab nahi ----November 24 at 12:22pm · · 2
- Ravindra Shukla स्वेटर की गर्मी के साथ साथ..............
वो तुम्हारा गर्म एहसास......................
hahahaaaaa kyaa baat hai ----November 24 at 12:23pm · · 2 - Aparna Khare dada mujhe khud nahi pata hota ki meri kavita kaha jakar turn legi.............November 24 at 12:23pm · · 1
- Ravindra Shukla bahut sunder aparnaa likhati raho -------sahi dishaa hai ---hahahahaaaa---khush raho ----November 24 at 12:24pm · · 1
- Aparna Khare chalo aj meri kavita dada ke hontho pe hasi lane me kaamyaab ho gai...November 24 at 12:25pm · · 1
- Ravindra Shukla तुम्हारे हाथ का बुना
मेरा वो सफेद स्वेटर
आज भी जब अलमारी से
निकालता हूँ तो
स्वेटर के साथ तुम भी...........
निकल आती हो..---hahahaaaaa kyaa baat hai ---bahut khub ---mjaa aa gyaa --aparnaa kyaa baat hai ---November 24 at 12:25pm · · 2 - Ravindra Shukla kyaa aparnaa tumne aaj mjaa laa diyaa ---vaah bahut khub ---November 24 at 12:26pm · · 1
- Ravindra Shukla क्या तुम मुझे छोड़ कर
चली गई हो?------kavitaa kaa saar ----November 24 at 12:27pm · · 1 - Aparna Khare koi jakar bhi kahan ja pata hain...hamare aas pass hi wo chakkar lagata hain...November 24 at 12:28pm · · 2
- Ravindra Shukla रज़ाई मे बैठ कर बतियाना,
मूँगफली चुगना,
भाप उड़ती चाय से अपना चेहरा सेकना-----bilkul sahi ---ye sab hotaa hai jeewan me ----November 24 at 12:31pm · · 3 - Aparna Khare dada chai pe apke bhi to kuch beete lamhe hain..pls samete na unhe yaha....November 24 at 12:32pm · · 1
- Ravindra Shukla इतराती हुई
बह रही थी लहरों संग
सागर में एक लहर
सुनहरी धूप... मस्त पवन
सबका आनंद लेती हुई
ईठला रही थी हर पहर....hahahaaaaaaNovember 24 at 12:33pm · · 3 - Aparna Khare hahaha...chalo bus ho chuka milna na ham khali na tum khaliNovember 24 at 12:37pm · · 1
- Ravindra Shukla सीने में जलन आँखों में तूफ़ान सा क्यों है
इस शहर में हर शख्स परेशान सा क्यों है ---..November 24 at 12:39pm · · 1 - Liliput Faruqui Sardi mien garmi ka ehsaas! Tumhaari dosti ki garmi, mujhhe sardi lagne hee nahien deti.Bahut khoobsurat Aparna...mubaarakbaad, aisi khoobsurat kavita likhne pe.November 24 at 12:52pm · · 2
- Aparna Khare bahut bahut abhaar liliput ji....apne apna keemti samay nikaal kar meri kavita ko saraha..November 24 at 12:54pm · · 1
- Alam Khursheed देखो तुम आज भी
मेरे आस पास हो..
स्वेटर की गर्मी के साथ साथ..............
वो तुम्हारा गर्म एहसास......................
वाह वाह अपर्णा जी !
बहुत ख़ूब !November 24 at 12:58pm · · 2 - Vishaal Charchchit किसी के लिए ख़ास जज़्बात.............किसी के लिए ख़ास एहसास............. किसी के लिए ख़ास संवेदना...............और किसी की यादों से लिपटी ये रचना.....किसी के भी दिल को पिघलाने के लिए काफी है...........बहुत खूब !!!November 24 at 1:15pm · · 4
- Aparna Khare thanks Vishaal Charchchit sahi kaha apne....kisi ke liye sab kuch hain ye kavitaNovember 24 at 1:16pm · · 2
- kahi ye saajish to nahi tumhaari
Ke baandh liya hai tumne mujhe apne hi mohpaash mein
Ki kahi dur na nikal jaau main kisi apne ki talaash mein
Bandha hua mehsoos karta hu is SWETER ki faans mein
Udna chahta hu dur neel gagan aakash meinNovember 24 at 1:51pm · · 3 - Gunjan Agrawal agar tumhain chor kar main chali gayi hoti... to yun an tumhare gale lagti.... yun na tumhari baahon main sama jati..... na chaha kabhi...na hi gayi kabhi... hrdam tumahre aas-pass hi to thi main... apne narm-garm pyar ke saath.... apne mad bhare ahsaas ke saath.....November 24 at 1:57pm · · 4
- Ruby Mishra अपर्णा आपकी इस कविता ने मेरी ठंडी संवेदनाओं को जगा दिया धन्यबाद.....November 24 at 2:25pm · · 3
- भावपूर्ण कविता में छलकते अभाव का प्रभाव पाठक को भावुक कर देता है ..सुन्दर !November 24 at 3:08pm · · 3
- Aameen Khan भाप उड़ती चाय से अपना चेहरा सेकना
फिर उस चाय की चुस्कियाँ लगाना
कुछ मेरी सुनना , कुछ अपनी सुनाना
वो सर्द रातों के गर्म लम्हे
आज भी तुम्हे बुलाते हैं........................ aapne to pura ek scene aankhon ke saamne khada kar diya........ beautiful poem November 24 at 4:11pm · · 2 - Kiran Arya Aparna Khare.......jeevan sunder ahsaaso ka hi to taana baana hai..........:))November 24 at 5:22pm · · 1
- Madan Soni मैं न भूलूंगा..... उन रस्मो को उन कसमों को उन रिश्ते नातों को...SSSSSSSS.........November 24 at 5:31pm · · 1
- Gopal Krishna Shukla मन और मौसम की अन्तर्द्वन्दिता का सुन्दर चित्रण... बहुत खूब अपर्णा जी..November 24 at 7:04pm · · 1
- Naresh Matia देखो तुम आज भी
मेरे आस पास हो..
स्वेटर की गर्मी के साथ साथ..............
वो तुम्हारा गर्म एहसास..............achcha ahsaas hain.....November 24 at 7:23pm · · 1 - bahut achchhaa.........good ! sab kuchh ek sweater m samet diyaa aapne.....jo mailaa hogaa.....aur katraa-katraa ho jaayegaa......November 24 at 8:43pm · · 1
- Chitra Rathore apnepan ke dhaagon sey bunaa huaa...yaadon kaa taanaa-baanaa...hameshaa..
.sukun ...kee sukhad garmaahat...ke ehsaas ko...firrrr sey...jagaa jaataa hai... November 24 at 9:17pm · · 2 - Meenu Kathuria स्वेटर की गर्मी के साथ साथ..............
वो तुम्हारा गर्म एहसास......................सर्दी में भी गर्मी का एहसास....... November 24 at 11:40pm · · 2 - Ashvani Sharma इतनी गरमागरम कविता सुडक लो तो मुंह जल जाए .......बढ़िया है अपर्णा जीNovember 25 at 11:38am · · 1
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