Friday, February 10, 2012

तेरा प्यार मुझे हर दम सताएगा


तेरी तरह गर किसी ने चाहा तुम्हे
तो मैं कहाँ सह पाउगा

ढूंढुगा तुम्हे हर जगह
सुकून कहाँ मैं पाउगा

देखेगा वो जब चाह से तुमको
कलेजा फट ही जाएगा.........

आज जो मौसम बहुत सुहाता हैं
तेरे जाने के बाद ना जाने कितना तडपाएगा

चलेगी जो ठंडी हवा तेरे गालो को छूकर
कर देगी मदहोश मुझे, मेरे बालो को छूकर
तब कहाँ फिर चैन आएगा......................

तेरी याद का सागर सीने तक मचल आएगा
करूँगा क्या तब मैं मुझे खुद नही मालूम
तेरा प्यार मुझे हर दम सताएगा

2 Comments:

At February 10, 2012 at 1:42 AM , Blogger suman.renu said...

BAHUT ACHHEE KAVITAA HAI DI

 
At February 10, 2012 at 1:44 AM , Blogger अपर्णा खरे said...

thanks Suman....

 

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