Wednesday, May 22, 2013

हम तो समझे थे खफा होकर गये हो हमसे...
ये क्या तुम तो मान गये खुद से..अच्छा लगा सच

सच कहा तुमने..हम तो थक गये समझा कर..
वो हैं की जाम छलकाते फिरते हैं..

इश्क़ की किताब का हर पन्ना पढ़ डालो..
कम से कम इस इम्तहान मे तो टॉप कर डालो..




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