कॉफी टेबल
लगता हैं जीवन मे बदलाव आया हैं..
खुश हो गई हैं फ़िज़ा..नया मौसम आया हैं..
तभी कॉफी टेबल को भी...आपके साथ.....
वक़्त बिताने के लिए.....उनका साथ भाया हैं..
(ये लम्हे कभी ख़तम ना हो..)
चेहरे पे सच्चाई...आँखो मे कुछ करने का जुनून..
यही तो आपको सबसे अलग बनाता हैं...
यही भाव आपकी जिंदगी मे...सुकून भी लाता हैं..
(मस्त लग रहे हैं...)
फ़ैसला करना नही उनको...ताल्लुक टूट जाएँगे..
जो उमीद बँधने की हैं..किनारे छूट जाएँगे..तभी तो...
'फ़ासले मंजूर हैं उनको..फ़ैसले मंजूर नही..
सब कुछ वैसा का वैसा..हैं..तुम आओ तो सही
मिल कर बैठेंगे..पैमाने फिर भर जाएँगे..
नही हो निराश अच्छे दिन फिर आएँगे..
खुश हो गई हैं फ़िज़ा..नया मौसम आया हैं..
तभी कॉफी टेबल को भी...आपके साथ.....
वक़्त बिताने के लिए.....उनका साथ भाया हैं..
(ये लम्हे कभी ख़तम ना हो..)
चेहरे पे सच्चाई...आँखो मे कुछ करने का जुनून..
यही तो आपको सबसे अलग बनाता हैं...
यही भाव आपकी जिंदगी मे...सुकून भी लाता हैं..
(मस्त लग रहे हैं...)
फ़ैसला करना नही उनको...ताल्लुक टूट जाएँगे..
जो उमीद बँधने की हैं..किनारे छूट जाएँगे..तभी तो...
'फ़ासले मंजूर हैं उनको..फ़ैसले मंजूर नही..
सब कुछ वैसा का वैसा..हैं..तुम आओ तो सही
मिल कर बैठेंगे..पैमाने फिर भर जाएँगे..
नही हो निराश अच्छे दिन फिर आएँगे..
4 Comments:
एक उम्मीद बंधाती रचना ...........
:)
Shukriya Neelima ji..
thanks
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